बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच अभी तक यह फैसला नहीं हो पाया है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना कौन से देश मे शरण लेने वाली हैं। इस समय हसीना गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर ही मौजूद हैं। वहां पर एक सेफहाउस में उन्हें सुरक्षित रखा गया है। कहा यह जा रहा है कि अगले 48 घंटे में हसीना की आगे की रणनीति साफ हो सकती है, वे कहां जाने वाली हैं,इसे लेकर कोई बड़ा अपडेट मिल सकता है।

ब्रिटेन जाना भी क्यों हुआ मुश्किल?

ऐसी जानकारी है कि शेख हसीना ब्रिटेन जाना चाहती हैं। वहां पर पहले से ही उनकी बहन की बेटी ट्यूलिप सिद्दीकी लेबर पार्टी की सांसद है, ऐसे में हसीना को उम्मीद है कि आसानी से उन्हें वहां पर शरण मिल सकती है। लेकिन अब पता यह चल रहा है कि ब्रिटेन में भी शरण लेना शेख हसीना के लिए इतना आसान नहीं रहने वाला है। ऐसी खबर है कि ब्रिटेन ने साफ कर दिया है कि अभी इस समय क्योंकि हसीना के पास कोई वीजा नहीं है, ऐसे में इस तरह से उन्हें शरण नहीं दी जा सकती।

भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति क्यों नहीं बन सकती?

हसीना का सबसे बड़ा डर

ब्रिटेन का कहना है कि जिसे भी सुरक्षा चाहिए होती है, उसे सबसे पहले वहां शरण मांगनी चाहिए जहां वो सबसे पहले जाता है। इस केस में शेख हसीना क्योंकि बांग्लादेश से सबसे पहले भारत आई हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि ब्रिटेन चाहता है कि हसीना को नई दिल्ली से ही शरण की गुहाल लगानी चाहिए। वैसे इस समय शेख हसीना को इस बात का भी डर है कि अगर बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो जाता है तो उस स्थिति में उन पर भी ट्रायल चलाया जाएगा, फिर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश होगी, ऐसे में वे ब्रिटेन से राजनीतिक संरक्षण भी चाहेंगी जिससे उनके खिलाफ कोई कार्रवाई ना हो सके।

भारत देगा क्या शरण?

अभी के लिए नई दिल्ली की रणनीति तो यह है कि वो शेख हसीना को शरण देने के लिए तैयार दिख रही है। भारत की कोई शरण देने की अलग से पॉलिसी नहीं चलती है, लेकिन क्योंकि शेख हसीना के साथ रिश्ते अच्छे हैं, इस वजह से मदद का हाथ बढ़ाया जा रहा है। माना जा रहा है कि अगर हसीना चाहेंगी तो उन्हें दिल्ली में ही किसी सुरक्षित सेफहाउस में रखा जा सकता है। NSA अजित डोभाल ने खुद हसीना से बात की है और उनकी तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस मुद्दे पर ब्रीफ किया जा चुका है।