Bangladesh News: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार की कवायद शुरू हो गई है। आर्मी चीफ ने बताया है कि अंतरिम सरकार के प्रमुख नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस होंगे और कल यानी गुरुवार को उनका शपथग्रहण होगा। इससे ठीक पहले आज मोहम्मद यूनुस को श्रम कानून के उल्लंघन से जुड़े केस में राहत मिली है और उन्हें कोर्ट द्वारा बरी कर दिया गया है।
दरअसल, बांग्लादेशी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार ढाका ट्रब्यूनल ने आज नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस और ग्रामीण टेलीकॉम के तीन शीर्ष अधिकारियों को श्रम कानून उल्लंघन से जुड़े एक मामले में बरी कर दिया है। इस केस में राहत मोहम्मद यूनुस को ऐसे वक्त में राहत मिली है, जब वे एक दिन बाद मुल्क की अंतरिम सरकार के चीफ के तौर पर शपथ लेने वाले हैं।
रात 8 बजे होगा शपथग्रहण
जानकारी के मुताबिक 8 अगस्त को रात 8 बज नई सरकार को शपथ ग्रहण समारोह होगा। आर्मी चीफ वकार-उज-जमान ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस अंतरिम सरकार में 15 सदस्य होंगे। अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस भी कल पेरिस से बांग्लादेश लौटेंगे।
भारत में ही हैं शेख हसीना
गौरतलब है कि यूके और यूएस दोनों ने ही बांग्लादेश छोड़ चुकीं पूर्व पीएम शेख हसीना को शरण देने में आनाकानी की है। अब हसीना UAE, सऊदी अरब या फिनलैंड में शरण के लिए जा सकती है। फिलहाल 48 घंटे से शेख हसीना भारत में ही है। उनके भारत में सुरक्षित होने की जानकारी खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय संसद में दी है।
बांग्लादेश को हुआ है तगड़ा आर्थिक नुकसान
बता दें कि बांग्लादेश में अभी तक हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते करीब 54 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, जिसकी कीमत बांग्लादेशी करेंसी में 75000 करोड़ टका है। वहीं बांग्लादेशी अंतरिम सरकार की शपथ को लेकर पूर्व पीएम खालिदा जिया ने साढ़े 6 साल बाद देश को संबोधित किया है। उन्होंने कहा कि यह देश को लूट और भ्रष्टाचार से बाहर निकालने का सबसे बेहतरीन मौका है।
मोहम्मद यूनुस ने की है छात्रों की तारीफ
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर बनने वाले मोहम्मद यूनुस ने सरकार के खिलाफ जारी आंदोलन को सही बताया और कहा कि मैं बहादुर छात्रों को देश को दूसरा विक्ट्री डे देने पर बधाई देता हूं। हमें इस जीत का सही इस्तेमाल करना है। मैं सभी से शांत रहने और हिंसा न करने की अपील करता हूं। हमें साथ मिलकर देश को आगे बढ़ाना है।