Bangladesh News: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद वहां की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना आनन-फानन में भारत आ गई थीं। उनके प्रत्यर्पण को लेकर पिछले 6 महीने से वहां की अंतरिम सरकार के भारत सरकार से मांग करती रही है। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के सलाहकार इसको लेकर लगातार आक्रामक बयानबाजी कर रहे हैं। उनके कानूनी सलाहकार आसिफ नजरूल ने यह तक कहा कि अगर भारत शेख हसीना को वापस नहीं भेजता है, तो यह प्रत्यर्पण संधि का उल्लंघन होगा।

डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह पूर्व पीएम री शेख हसीना को भारत से वापस लाने के अपने प्रयास जारी रखेगी और यदि आवश्यक हुआ तो अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की भी मांग करेगी। कानून सलाहकार आसिफ नजरूल ने कहा कि अगर नई दिल्ली हसीना को वापस करने से इनकार करती है, तो यह बांग्लादेश और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि का उल्लंघन होगा।

आज की बड़ी खबरें

भारत कब आईं थी शेख हसीना?

बांग्लादेश में जारी छात्रों के विरोध प्रदर्शन और हिंसा की बढ़ती घटनाओं के बीच पूर्व पीएम शेख हसीना 5 अगस्त की घटना के दिन आनन-फानन में भारत आई थी और वे तब से भारत में ही सीक्रेट सेफ हाउस में रह रही हैं।

बांग्लादेशी कोर्ट ने जारी किया है हसीना के खिलाफ वॉरंट

बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने “मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार” के लिए हसीना और कई पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, सलाहकारों और सैन्य और नागरिक अधिकारियों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पिछले साल बांग्लादेश ने शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए नई दिल्ली को एक राजनयिक नोट भेजा था।

वहीं इस मामले में कानून सलाहकार आसिफ नजरूल ने कहा कि हमने प्रत्यर्पण के लिए एक पत्र लिखा है। अगर भारत शेख हसीना का प्रत्यर्पण नहीं करता है, तो यह बांग्लादेश और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि का स्पष्ट उल्लंघन होगा।

भारत-बांग्लादेश के किसानों के बीच हिंसक झड़प, BSF और BGB ने किया हस्तक्षेप

भारत से अनुरोध कर रहा है बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय

मोहम्मद यूनुस सरकार के कानूनी सलाहकार ने कहा कि विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भीतर मामले को संबोधित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। विदेश मंत्रालय भी प्रयास कर रहा है और इस मामले में रेड अलर्ट पहले ही जारी किया जा चुका है। नजरूल ने कहा कि हम वह सब कुछ कर रहे हैं जो हम कर सकते हैं। सरकार शेख हसीना को वापस लाने के लिए सभी प्रयास जारी रखेगी। अगर जरूरी हुआ तो अंतरराष्ट्रीय समर्थन मांगा जाएगा।

बांग्लादेश के कानूनी सलाहकार ने क्या जताई संभावना?

नजरूल ने कहा है कि हम वह सब कुछ कर रहे हैं जो हम कर सकते हैं। सरकार शेख हसीना को वापस लाने के लिए सभी प्रयास जारी रखेगी। अगर जरूरी हुआ तो अंतरराष्ट्रीय समर्थन मांगा जाएगा। भारत-बांग्लादेश प्रत्यर्पण संधि के प्रावधानों के तहत, यदि अपराध राजनीतिक चरित्र में से एक है तो प्रत्यर्पण से इनकार किया जा सकता है। बांग्लादेश की अन्य सभी खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।