Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंसा के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली शेख हसीना आनन-फानन में भारत आ गई थीं और तब से वे भारत में सुरक्षित स्थान पर हीं हैं लेकिन कहां इस बारे में सार्वजनिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है। बांग्लादेश की सरकार गिरने के बाद बनी नई अंतरिम सरकार ने शेख हसीना पर जुबानी हमले किए थे। इस बीच अब शेख हसीना को बांग्लादेश की एक अदालत ने झटका देते हुए उनके खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी कर दिया है।

शेख हसीना के खिलाफ अदालत में अर्जी डालने वाले वकील मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने कहा है कि यादगार दिन है। वहीं बांग्लादेश में आंदोलन के दौरान मारे गए सैकड़ों लोगों में से एक के परिजनों ने कहा है कि यह अच्छी खबर हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ट्रायल आगे बढ़ेगा और शेख हसीना के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

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वकील ने लगाए गंभीर आरोप

शेख हसीना के खिलाफ केस लड़ रहे वकील ने कहा कि शेख हसीना बीते 15 सालों से बांग्लादेश की सत्ता पर काबिज थीं। उन पर आरोप है कि पीएम रहते हुए उनके शासनकाल में बड़े पैमाने पर लोगों की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राजनीतिक विरोधियों को चुन-चुनकर मार डाला गया।

जुलाई अगस्त में हुई थी हिंसा

बांग्लादेश इंटरनेशनल क्राइम ट्राइब्यूनल के मुख्य अधिवक्ता ताजुल इस्लाम ने कहा है कि शेख हसीना को 18 नवंबर को अदालत ने पेश करने का आदेश दिया है। इस्लाम ने कहा है कि शेख हसीना उन लोगों का नेतृत्व कर रही थीं, जिन्होंने देश में जुलाई से अगस्त तक हिंसा फैलाई थी जिसमें सैंकड़ों लोग मारे गए।

उन्होंने कहा है कि अदालत ने शेख हसीना ने अलावा उनकी पार्टी आवामी लीग महासचिव कायदुल कादर को भी अरेस्ट करने को कहा है। जानकारी के मुताबिक अन्य 44 लोगों के खिलाफ भी गिरफ्तारी का वॉरंट जारी किया है। हालांकि किसी के नाम नहीं जारी किए गए हैं।