Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंदुओं की जान किस हद तक खतरे में है, इसका एक लेटेस्ट सबूत एक बार फिर सामने आया है। यहां राजधानी ढाका में एक हिंदू व्यापारी की हत्या कर दी गई, जिनका नाम लाल चंद सोहाग था। उनकी हत्या के चलते बांग्लादेश में एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। देश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गई है।
मृतक हिंदू लाल चंद सोहाग पेशे से कबाड़ के व्यापारी थे। उन्हें हमलावरों ने पीट-पीटकर मार डाला और उनके शव पर डांस करके जश्न तक मनाया। लाल चंद सोहाग की हत्या के चलते पूरे देश में आक्रोश फैल गया। सैकड़ों छात्र शनिवार को सड़कों पर उतर आए और अंतरिम सरकार पर भीड़ हिंसा को रोकने में विफल रहने का आरोप तक लगा दिया।
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ढाका में हुए विरोध प्रदर्शन
पुलिस ने कबाड़ व्यापारी लाल चंद सोहाग की हत्या के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो के पास से अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं। ढाका के कई विश्वविद्यालय परिसरों में छात्रों ने बुधवार को हुई घटना के लिए विरोध की रैलियां निकाली। जबरन वसूली करने वालों ने पुराने ढाका इलाके में मिटफोर्ड अस्पताल के सामने कबाड़ व्यापारी सोहाग की हत्या हुई थी।
क्या बोले जिम्मेदार अधिकारी?
गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि अब तक कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। चौधरी ने कहा कि यह अभियान 9 जुलाई को मिटफोर्ड अस्पताल के पास लाल चंद उर्फ सोहाग की जघन्य हत्या के बाद कानून और व्यवस्था बनाए रखने तथा चुनाव पूर्व स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया था, प्रोथोम एलो ने रिपोर्ट किया।
उन्होंने कहा कि राजधानी मिटफोर्ड में हुई हत्या अत्यंत दुखद और बर्बर है। सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने शनिवार रात इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
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लगातार बढ़ रही है हिंसक घटनाएं
इस महीने की शुरुआत में हुई एक अन्य घटना में एक महिला और उसके बेटे और बेटी को मादक पदार्थों की तस्करी में कथित संलिप्तता के आरोप में मध्य कुमिला के मुरादनगर क्षेत्र में पीट-पीटकर मार डाला गया था। बांग्लादेश में अगस्त 2024 के बाद से भीड़ द्वारा हत्याओं में वृद्धि देखी गई है।