Bangladesh Floods: बांग्लादेश में पिछले तीन मे सात जिलों में अचानक बाढ़ आ गई है। सैकड़ों घर पानी में डूब गए हैं और लोग छतों पर फंसे हुए हैं। इस बाढ़ में अब तक करीब 18 लोगों की जान चली गई है। मिनिस्ट्री ऑफ डिजास्टर मेनेजमेंट एंड रिलीफ के सचिव कमरुल हसन ने बताया कि इससे देश के 11 जिलों के 4,938,159 लोग प्रभावित हुए हैं। सचिव ने शनिवार को बाढ़ के मौजूदा हालात पर जानकारी दी है।

एफएफडब्ल्यूसी के शनिवार सुबह तक बुलेटिन के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में 6 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जो नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं उनमें कुशियारा, मनु, खोवाई, गुमती, मुहुरी और फेनी का नाम शामिल हैं। इनमें से कुशियारा अमलशीद में खतरे के निशान से 14 सेमी ऊपर, शीओला में 1 सेमी, शेरपुर-सिलहट में 9 सेमी और मार्कुली में 4 सेमी ऊपर बह रही थी।

मनु नदी मौलवीबाजार में खतरे के निशान से 91 सेमी ऊपर बह रही है, खोवाई नदी बल्लाह में खतरे के निशान से 44 सेमी, गुमटी कोमिला में 96 सेमी और फेनी नदी रामगढ़ पर 53 सेमी ऊपर बह रही है।

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बांग्लादेश ने भारत पर मढ़े आरोप

यह बांग्लादेश के लोगों के लिए एक बहुत ही बड़ा झटका है। वह पहले से ही राजनीतिक विरोध और हिंसा से घिरा हुआ है। नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और इस महीने की शुरुआत में छात्रों के नेतृत्व वाले बड़े पैमाने पर विद्रोह के बीच देश छोड़कर भागने के बाद सत्ता संभाली।

अंतरिम सरकार के कुछ नेता समेत खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी के नेताओं ने इस बाढ़ के लिए भारत को दोषी ठहराया है। ढाका ट्रिब्यून के अनुसार बांग्लादेश के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सलाहकार नाहिद इस्लाम ने कहा था कि भारत ने बिना चेतावनी पानी छोड़ दिया। यह अमानवीय है।

बांग्लादेश नेशलिस्ट पार्टी के संयुक्त महासचिव रूहल कबीर रिजवी ने आरोप लगाया कि भारत ने जानबूझकर त्रिपुरा में गोमती नदी पर बने डंबूर बांध का दरवाजा खोला। इसकी वजह से इतनी भीषण बाढ़ आ गई। उन्होंने कहा कि भारत को बांग्लादेश के लोगों की परवाह नहीं है। वहीं भारत की तरफ से इन दावों का पूरी तरह से खंडन किया गया है। त्रिपुरा के ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि डंबूर बांध को इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि एक निश्चित सीमा से ज्यादा पानी होने पर वह खुद ही निकलने लगता है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि बांध का कोई भी गेट नहीं खोला गया है।