Bangladesh News: बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार बनने के बाद में अल्पसंख्यकों पर हमले में बढ़ोतरी हुई है। अब इसे लेकर नई सरकार की आलोचना हो रही है। वहीं शेख हसीना की अवामी लीग के 19 अल्पसंख्यक सांसदों ने अपनी कहानी को बयां किया है। संसद के भंग होने के बाद में इन 19 में से तीन को जेल भेज दिया गया और बाकी के ज्यादातर या तो देश के अंदर छिपे हुए हैं या बाहर कहीं पर हैं।

जिन सांसदों को जेल भेजा गया उनमें अवामी लीग के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री रमेश चंद्र सेन, नारायण चंद्र और साधन चंद्र मजूमदार शामिल थे। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में अवामी लीग के नेताओं ने कहा कि 5 अगस्त से 20 अगस्त 2024 के बीच अल्पसंख्यकों से जुड़ी आगजनी, लूट और जलाने की लगभग 2,000 घटनाएं हुईं और हर दिन छिटपुट हमले अभी भी जारी हैं।

अल्पसंख्यक सांसदों के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए

बरिशाल से तीन बार के सांसद पंकज नाथ के मुताबिक, लगभग सभी अल्पसंख्यक सासंदों की संपत्तियों पर हमले हुए हैं और उनके बैंक अकाउंट को भी फ्रीज कर दिया गया है। नाथ का परिवार भी बांग्लादेश में जगह-जगह जाकर सावधानी बरत रहा है। उनका दुख अभी भी खत्म नहीं हुआ है। वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल तक नहीं हो पाए थे। अल्पसंख्यकों पर जारी अत्याचार और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के डिपोर्ट के लिए ढाका के आग्रह पर नाथ ने कहा कि अगर शेख हसीना घोषणा करती हैं कि वह बांग्लादेश लौट आएंगी, तो क्या अंतरिम सरकार उनका स्वागत करने के लिए तैयार होगी? लाखों लोग बॉर्डर पर पहुंच जाएंगे और सरकार स्थिति को संभाल नहीं पाएगी।

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1971 की घटनाओं का बदला लेने की कोशिश की जा रही

नाथ ने यह भी कहा कि यह बहुत साफ है कि इतिहास को फिर से लिखने और 1971 की घटनाओं का बदला लेने की कोशिश की जा रही है। नोबेल पुरस्कार विजेता के नेतृत्व वाली सरकार अल्पसंख्यकों पर हमला करने वालों को संरक्षण दे रही है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अलावा, अब हम इन अपराधों को रोकने और अल्पसंख्यकों के समान अधिकारों को बहाल करने के लिए भारत की तरफ देखते हैं। बीते दिसंबर के महीने में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने ढाका में अपने बांग्लादेशी समकक्षों से मुलाकात की थी। यहां पर उन्होंने अल्पसंख्यकों से संबंधित घटनाओं को उठाया था। अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित घटनाओं को दुष्प्रचार झूठे और भ्रामक तथ्य बताते हुए बांग्लादेश के विदेश सचिव ने अपनी ओर से जवाब दिया कि अन्य देशों को ढाका के आंतरिक मामले पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए। अवामी लीग के नेता कर रहे शेख हसीना से संपर्क पढ़ें पूरी खबर…