बलूच विद्रोहियों ने बलूचिस्‍तान प्रांत में पांजगुर और नूशकी इलाके में फ्रंटियर कोर और सेना के एक ठिकाने पर हमला किया है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने दावा किया है कि पाकिस्तान में दो सैन्य शिविरों में 100 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। 3 फरवरी की प्रेस विज्ञप्ति में, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने दावा किया है कि पाकिस्तान में पंजगुर और नुश्की सैन्य शिविरों के प्रमुख हिस्से अभी भी उसके नियंत्रण में हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने बीएलए के दावों को खारिज किया है और एक सैनिक के मारे जाने की पुष्टि की है।

बीएलए का दावा है कि इस हमले में सैन्य शिविरों को लगभग पूरी तबाह कर दिया गया है, साथ ही यह भी दावा किया गया है कि पाकिस्‍तान ने इस हमले को लेकर मीडिया में खबरें प्रसारित करने से रोक लगा दी है। बलूच विद्रोहियों ने कहा कि पाकिस्तान सशस्त्र बलों के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस द्वारा किया गया दावा कि हमलों को विफल कर दिया गया था, झूठा था। जारी बयान में यह भी कहा गया है कि पूरी ताकत के साथ हमले अभी भी जारी हैं।

इससे पहले, पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ने कहा था कि सशस्त्र हमलावरों ने बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों के दो शिविरों पर हमला किया, इस भीषण गोलीबारी में कम से कम चार आतंकवादी और एक सैनिक मारे गए। पाकिस्‍तानी सेना ने दावा किया कि जवाबी कार्रवाई में बलूच लिबरेशन आर्मी के हमले को विफल कर दिया गया है और इस जवाबी कार्रवाई में विद्रोहियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

हालांकि, विद्रोहियों की तरफ से किया जा रहा दावा पाकिस्तान की सेना के दावे के विपरीत है। बीएलए ने दावा किया है कि उनके द्वारा किए गए हमले में कम से कम 100 पाकिस्तान सैनिक मारे गए हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी ने हाल ही में सुरक्षा बलों और प्रतिष्ठानों पर हमले तेज कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों तरफ से अभी भी गोलीबारी जारी है। इससे पहले बलूच विद्रोहियों के हमले में 10 पाकिस्‍तानी सैनिक मारे गए थे।