राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर वह अमेरिका से लड़ेगा तो इसके परिणाम बेहद भयावह होंगे। ट्रंप ने रविवार (19 मई 2019) को ट्वीट कर कड़े शब्दों में ईरान को आगाह किया है। उन्होंने ट्वीट किया ‘अगर ईरान लड़ना चाहेगा तो यह आधिकारिक तौर ईरान का खात्मा होगा। भूलकर भी अगली बार अमेरिका को डराने की कोशिश मत करना।’ बता दें कि ईरान अमेरिका द्वारा लगाए गए अबतक के सबसे कड़े प्रतिबंधों का सामना कर रहा है। दोनों देशों के संबंध इन दिनों बेहद खराब चल रहे हैं। यूएस ने गल्फ में जंगी जहाजों को भी तैनात कर रखा है।
इससे पहले एक टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि ‘हम ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे, लेकिन हम उनसे युद्ध भी नहीं चाहते। मैं उनमें से नहीं जो युद्ध में विश्वास रखते हैं, क्योंकि युद्ध अर्थव्यस्था को बर्बाद करता है और सबसे बड़ी बात इसमें लोगों की जान जाती है।’ वहीं ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा है कि वह भी किसी तरह का युद्ध नहीं चाहते लेकिन किसी को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि वह ईरान को नुकसान पहुंचा सकता है।
दोनों देशों के बीच क्यों हुए संबंध खराब?
ट्रंप ने सत्ता में आते ही ईरान के साथ एतिहासिक परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था। जिसके बाद अमेरिका लगातार ईरान पर दबाव डाल रहा है। इसके लिए ट्रंप ने ईरान पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हुए हैं। अमेरिका ने घोषणा की है कि अगर कोई भी देश ईरान से तेल खरीदेगा या किसी भी तरह का रिश्ता रखेगा तो उसे अमेरिका से मिलने वाली सभी सुविधाएं खत्म कर दी जाएंगी। ट्रंप ने तनाव की स्थिति को देखते हुए मिडिल ईस्ट में अपने जंगी जहाज यूएसएस अब्राहम लिंकन एकयक्राफ्ट कैरियर को भी तैनात किया हुआ है।
इराक पर रॉकेट हमला
रविवार को इराक की सेना ने आरोप लगाए कि उनकी राजधानी बगदाद में रॉकेट से हमला किया गया। रॉकेट सुरक्षित इलाके ग्रीन जोन में गिरा जो कि अमेरिकी दूतावास के बिल्कुल नजदीक है। हालांकि बताया जा रहा है कि रॉकेट पूर्वी बगदाद की तरफ से दागे गए हैं जो कि ईरान समर्थित शिया लोगों का गढ़ है। वहीं सऊदी अरब ने खाड़ी में बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए क्षेत्रीय खाड़ी सहयोग परिषद और अरब लीग की तत्काल बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने मौजूदा परिस्थितियों का जायजा लिया।