China Taiwan Tensions: अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से चीन भड़का हुआ है। चीन ने आक्रामक रुख दिखाते हुए ताइवान की यात्रा के लिए पेलोसी और उनके परिवार पर प्रतिबंधों लगाने की घोषणा की है। शुक्रवार 5 अगस्त को चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि पेलोसी ने चीन की चिंताओं को नजरअंदाज किया है।
चीनी विदेश मंत्रालय ने पेलोसी की यात्रा को भड़काने वाला बताया और कहा कि यह चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को यह कमजोर करता है। बता दें कि पेलोसी 25 सालों में ताइवान का दौरा करने के लिए सबसे अधिक उच्च पद वाली निर्वाचित अमेरिकी अधिकारी हैं।
इस यात्रा को लेकर चीन लगातार चेतावनी दे रहा था। लेकिन पेलोसी ने चीन की धमकियों की परवाह किए बगैर ताइवान का एक दिनी दौरा किया था। इस यात्रा से चीन बुरी तरह बौखलाया हुआ है। बता दें कि चीन ने यूरोपियन यूनियन में शामिल 7 देशों के राजदूतों को तलब कर अपना विरोध दर्ज कराया है।
इसके अलावा चीन ताइवान को घेरते हुए अपने सबसे बड़े सैन्य अभ्यास की शुरुआत कर दी है। चीन की सेना ने ताइवान के चारों तरफ 6 ‘नो एंट्री जोन’ घोषित कर दिए हैं। ऐसे में अब इस रास्तों से कोई यात्री प्लेन या शिप ताइवान नहीं जा सकता। बता दें कि चीन के सेना ताइवान के चारों तरफ समुद्र में लाइव फायर एक्सरसाइज करेगी, जोकि दोपहर 12 बजे से शुरू होगा और 7 अगस्त तक चलेगी।
वहीं चीन की आक्रामकता का असर जापान तक देखने को मिल रहा है। बता दें कि ताइवान को निशाना बनाते हुए दागी गई मिसाइलें जापान के हातेरुमा स्थित इकनॉमिक जोन में जाकर गिरी है। इस पर जापान ने ऐतराज जताया है और कहा कि यह उसकी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
चीन पर अमेरिका ने क्या कहा:
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को कहा कि जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गिरी चीनी मिसाइलें चीन के सैन्य अभ्यास में “महत्वपूर्ण वृद्धि” को दिखाते हैं। ब्लिंकन ने चीन को चेतावनी दी कि वह खतरे को पैदा नहीं करे और न ही नैंसी पेलोसी के दौरे को आधार बनाकर अपनी आक्रामक सैन्य कार्रवाई को बढ़ाए।