पश्चिमी देशों में खोजी पत्रकारिता के लिए टेबलॉयड कई बार खबर पाने के लिए मोटी रकम चुकाने से भी नहीं हिचकते। वॉल स्ट्रीट जनरल की एक खबर के अनुसार, दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन जेफ बेजोस और उनकी तब की सीक्रेट गर्लफ्रेंड लॉरेन सांचेज के बीच के अफेयर का सबूत पाने के लिए ‘नेशनल इन्क्वायर’ ने सांचेज के भाई माइकल सांचेज को करीब सवा करोड़ रुपए की रकम का भुगतान किया था। एएफपी की एक खबर के अनुसार, नेशनल इंक्वायर ने माइकल सांचेज से जेफ बेजोस और लॉरेन सांचेज के बीच मैसेज पर हुई बातचीत के अंश करीब 2 लाख मिलियन डॉलर यानि कि सवा करोड़ रुपए में खरीदे थे और जनवरी में अपनी खबर में खुलासा करते हुए बताया था कि जेफ बेजोस और न्यूज एंकर लॉरेन सांचेज के बीच अफेयर चल रहा है। इस खुलासे के बाद ही जेफ बेजोस का अपनी पत्नी के साथ तलाक हो गया था।
वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के अनुसार, इस लीक का संबंध राजनैतिक हो सकता है। खबर के अनुसार, नेशनल इंक्वायर का स्वामित्व अमेरिकन मीडिया इंक के पास है, जिसके मालिक डेविड पेकर हैं। डेविड पेकर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता है। उल्लेखनीय है कि जेफ बेजोस मशहूर अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के मालिक भी हैं और जेफ बेजोस, डोनाल्ड ट्रंप की कई बार आलोचना कर चुके हैं और वॉशिंगटन पोस्ट में भी कई खबरों में राष्ट्रपति ट्रंप पर निशाना साधा जाता रहा है। डोनाल्ड ट्रंप भी वॉशिंगटन पोस्ट की आलोचना कर चुके हैं और इसे ‘फर्जी अखबार’ बता चुके हैं।
वहीं जेफ बेजोस और उनकी गर्लफ्रेंड लॉरेन सांचेज के बीच हुई बातचीत के लीक होने की जांच कर रहे सिक्योरिटी कंसल्टेंट गेविन डे बेकर का मानना है कि ‘इस लीक के पीछे राजनीतिक मंशा हो सकती है।’ गेविन बताते हैं कि माइकल सांचेज को डोनाल्ड ट्रंप का कट्टर समर्थक माना जाता है और ट्रंप के कई करीबी सहयोगियों के साथ माइकल सांचेज के बहुत अच्छे संबंध हैं। ऐसे में इस लीक कांड को राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि जेफ बेजोस के अफेयर के खुलासे के बाद उनकी कई सालों से चली आ रही शादी टूट गई थी।