Alexei Navalny: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक और कट्टर विरोधी एलेक्सी नवलनी की जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। नवलनी की मौत के बाद सार्वजनिक मंच से उनकी पत्नी यूलिया ने सीधे तौर पर पुतिन को ही जिम्मेदार माना है। अपने जीवन में एक पत्नी और मां की भूमिका निभाने वाली यूलिया पति की मौत के बाद सुर्खियों में बनी हुई हैं। इस स्टोरी में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि नवलनी की मौत के बाद यूलिया का अगला कदम क्या होगा।

यूलिया ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि वह अपने पति एलेक्सी नवलनी के द्वारा शुरू किए गए कार्यों को आगे जारी रखेंगी। उन्होंने कहा कि एलेक्सी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर आलोचक थे। यूलिया ने एक बार फिर ये भी दोहराया है कि जेल में उनके पति की स्वभाविक मौत नहीं हुई है बल्कि राष्ट्रपति पुतिन ने साजिश रचकर उनकी हत्या करवा दी है।

यूलिया के अगले कदम से बढ़ेंगी पुतिन की मुश्किलें

यूलिया नवलनी की मौत से दुखी हैं। उन्होंने पहले राजनीति में आने में कोई भी दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। वह उस समय कहती थीं कि वह एक मां और पत्नी की भूमिका में ही खुश हैं। हालांकि, अब उन्होंने अपनी भूमिका को बदलने का फैसला किया है। यूलिया ने एक संदेश जारी कर कहा कि हमें एक स्वतंत्र, शांतिपूर्ण और खुशहाल रूस की जरूरत है। रूस का अद्भुत भविष्य का सपना मेरे पति ने देखा था। हमें वही शानदार और खूबसूरत रूस दोबारा से चाहिए। यूलिया ने आगे कहा कि यही वह देश है जहां पर मैं रहना चाहती हूं और हमारे बच्चे भी वहीं बड़े होंगे।

यूलिया और एलेक्सी की ऐसे हुई मुलाकात

यूलिया और एलेक्सी पहली बार तुर्की में मिले थे। दोनों छुट्टियों पर पहुंचे थे। दोनों के बीच हुआ प्यार शादी में बदल गया। यूलिया पेशे से अर्थशास्त्री हैं और उनके दो बच्चे हैं। परिवार और करियर दोनों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अलेक्सी का उनके अभियान में साथ दिया। एलेक्सी के राजनीतिक सफर के हर एक मोड़ पर वह नजर आईं। आलोचक पति की पत्नी होने पर यूलिया को कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा था।

पुतिन के लिए चुनौती बने नवलनी

यूलिया के पति एलेक्सी नवलनी कई साल से जेल की सजा काट रहे थे। नवलनी साल 2011 में एक राजनीतिक ताकत के रूप में उभर कर सामने आए थे। नवलनी ने पुतिन की यूनाइटेड रशिया को बदमाशों और चोरों की पार्टी करार देते हुए एक आंदोलन खड़ा कर दिया था। साथ ही, उन लोगों को भी इकट्ठा किया जो पुतिन की पार्टी का समर्थन नहीं करते थे।

साल 2013 में धोखाधड़ी के आरोप में दोषी ठहराए जाने के बाद भी नवलनी ने उस साल मॉस्को का मेयर चुनाव लड़ा। उन्होंने चुनाव की राजनीति में नए प्रयोग किए थे। हालांकि, वह पुतिन के चुने हुए उम्मीदवार सर्गेई सोबयानिन से हार गए। उन्हें 30 फीसदी वोट मिले थे। नवलनी ने रूसी राजनीति से अलग-थलग पड़े हुए नेताओं को एकजुट करने का काम किया। नवलनी ने स्थानीय संगठनों का भी साथ लिया।

फरवरी 2021 में अरेस्ट होने की धमकी के बीच नवलनी की रूस वापसी के बाद सोवियत संघ के पतन के बाद विपक्षी नेता के समर्थन में बहुत बड़ा आंदोलन देखने को मिला था। जर्मनी में अपनी रिकवरी के दौरान पैरोल के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद रहे। अपनी जान जाने से पहले उन्होंने समर्थक और कार्यकर्ताओं से बातचीत की थी। उन्होंने इस दौरान कहा था कि अगर वह मुझे मारने का फैसला करते हैं तो इसका मतलब होगा कि हम मजबूती के साथ टिके हुए हैं।