पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली हैदर गिलानी ने कहा है कि अल-कायदा द्वारा उसका अपहरण इसलिए किया गया था ताकि इस आतंकी समूह के मुखिया अयमान-अल जवाहिरी की कुछ महिला सदस्यों को रिहा करने के लिए सरकार पर दबाव बना सके। उल्लेखनीय है कि अली हैदर गिलानी को हाल ही में अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के जवानों द्वारा मुक्त कराया गया है। गिलानी को मुल्तान में 9 मई, 2013 को एक चुनावी रैली के बाद छह आतंकियों द्वारा अगवा किया गया था।

गिलानी ने कहा कि उन्हें सबसे पहले फैसलाबाद के औद्योगिक कस्बे में ले जाया गया जहां अपहरणकर्ताओं ने उन्हें दो महीने तक बंधक बनाकर रखा और इसके बाद उन्हें उत्तरी वजीरिस्तान ले जाया गया। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे दो महीने बंधक बनाकर रखा गया। मुझे एक छोटे से कमरे में रखा गया और एक साल और दो महीने तक आसमान तक नहीं देखने दिया गया। मैं भूल गया कि धूप का एहसास क्या होता है।

इस साल की शुरच्च्आत में गिलानी को उस समय अफगानिस्तान ले जाया गया जब पाकिस्तान की सेना ने उत्तरी वजीरिस्तान के शावल के सीमावर्ती इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। उन्हें पिछले महीने ही अमेरिकी सेना द्वारा अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराया गया।