पीएमएल एन और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के समर्थकों के बीच सोमवार को फैसलाबाद में हुई झड़प में कम से कम दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई। कई अन्य घायल हो गए हैं। पिछले साल हुए आम चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ इमरान खान की निर्धारित रैली से पहले यह झड़प हुई। मृतकों और घायलों को इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआइ) का कार्यकर्ता बताया जा रहा है।
लाहौर से करीब 140 किलोमीटर दूर फैसलाबाद शहर में क्लॉक टावर चौराहे पर जमा खान की पार्टी के कार्यकर्ता शहर बंद करने के अपने नेता के आह्वान पर जमा हुए थे। खान ने 2013 के आम चुनाव में बड़े पैमाने पर हुई धांधली के आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए बंद की अपील की थी। क्रिकेटर से नेता बने खान अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करने के लिए सोमवार को फैसलाबाद पहुंचने वाले थे।
पीटीआइ प्रवक्ता शरीन मिजारी ने बताया कि गोलीबारी में शामिल व्यक्ति पीएमएल एन के कैबिनेट मंत्री राणा सनाउल्ला का गार्ड है। उन्होंने कहा कि वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही और भीड़ को तितर बितर करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। टीवी फुटेज में एक व्यक्ति द्वारा पीटीआइ समर्थकों पर गोलीबारी करते दिखाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पीएमएल एन कार्यकर्ताओं को सरकारी संरक्षण मिला हुआ है इसलिए पुलिस ने हस्तक्षेप नहीं किया। खान की पार्टी की छात्र शाखा के प्रमुख फारूख हबीब ने अपने दो युवा कार्यकर्ताओं साजिद और असलम के मारे जाने का दावा किया है जबकि फैसलाबाद पुलिस ने सिर्फ एक की मौत की पुष्टि की है। पुलिस ने हालात को काबू कर लिया है।
इस बीच, खान ने अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ नृशंस कार्रवाई की निंदा की है। ‘हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण है लेकिन सरकार ने पीटीआइ कार्यकर्ताओं पर अपने गुंडों को छोड़ दिया है।’ फैसलाबाद बंद खान के ‘प्लास सी’ में शामिल है जिसकी घोषणा 2013 के आम चुनावों में बड़े पैमाने पर हुई धांधली के आरोपों की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने को लेकर की गई थी।
‘प्लान सी’ के मुताबिक पीटीआइ 18 दिसंबर को पूरे देश को बंद करने से पहले कराची और लाहौर कूच करेगी। वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा है कि फैसलाबाद में आज के प्रदर्शन को देखने के बाद सरकार पीटीआइ से बात करने पर विचार कर रही है।