अफ्रिका के एक और देश में तख्तापलट हो गया है। मध्य अफ्रीकी देश गैबान की सेना के अधिकारियों का एक दल नेशनल टीवी चैनल पर सामने आया है और उसने सत्ता पर कब्जा करने का दावा किया। इन सैन्य अधिकारियों ने तख्तापलट का ऐलान ऐसे समय में किया जब कुछ मिनट पहले ही देश के चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अली बोंगो को लगातार तीसरे बार चुनाव में विजय घोषित किया था। बगावत करने वाले सैन्य अधिकारियों ने दावा किया कि चुनाव परिणाम पूरी तरह से फर्जी है।
गैबन 24 चैनल पर आए सैन्य अधिकरियों ने कहा कि वे सभी डिफेंस फोर्सेज का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को रद कर दिया गया है। अगले आदेश तक देश की सारी सीमाओं को बंद कर दिया गया है और सभी सरकारी संस्थाओं को भंग कर दिया गया है। सेना के कब्जे के बाद देश की राजधानी लिब्रेविले में जोरदार गोलीबारी की खबरें सामने आई है।
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि राष्ट्रपति बोंगो कहां पर हैं। उन्हें शनिवार को वोट देते हुए देखा गया था। देश की सरकार, सीनेट, राष्ट्रीय असेम्बली कोर्ट और चुनाव आयोग को भंग कर दिया गया है।
अफ्रीकी देशों में तख्तापलट का लम्बा इतिहास रहा है। 2020 के बाद से अब तक यह 8वां पश्चिमी और मध्य अफ्रीकी देश होगा जहां तख्तापलट हुआ है। देश में अनिश्चितता का महौल बहुत ज्यादा गहरा गया है। तख्तापलट करने वाला जनरल अपनी जिद्द से पीछे नहीं हट रहा है। वो कह रहा है कि सत्ता के हस्तांतरण में अभी तीन साल लगेंगे। यानी उनका तर्क है कि वो तीन साल में देश की हालत को सामान्य कर देंगे।