ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में सीआईए की मदद करने वाले और अब जेल में बंद पाकिस्तानी डॉक्टर की रिहाई के लिए अमेरिका के बार-बार अनुरोध के बावजूद पाकिस्तान ने इस मामले पर कोई आश्वासन नहीं दिया है। विदेश मंत्रालय के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने शुक्रवार (29 अप्रैल) संवाददाताओं से कहा, “हमारा मानना है कि उन्हें जेल में रखकर अन्याय किया जा रहा है और हमने शकील अफरीदी के मामले में सार्वजनिक एवं निजी स्तर पर पाकिस्तान के समक्ष बार-बार अपना रुख एवं उनकी गिरफ्तारी को लेकर हमारा विरोध दर्ज कराया है।”
उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ उच्च स्तर पर हर चर्चा में इस मामले को उठाते हैं। पाकिस्तान सरकार ने हमें आश्वासन दिया है कि डॉ. अफरीदी के साथ मानवीय व्यवहार किया जा रहा है और वह स्वस्थ हैं, लेकिन हमारा मानना है कि उन्हें जेल में रखकर अन्याय किया जा रहा है।” टोनर ने कहा, “हमें किसी प्रकार की ठोस प्रतिबद्धता नहीं जताई गई है। हमें उनकी रिहाई या उनकी संभावित रिहाई के बारे में कोई ठोस जानकारी देने की प्रतिबद्धता नहीं दी गई है लेकिन हम इस मामले पर दबाव बनाना जारी रखेंगे।”
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पाकिस्तान ने अफरीदी की रिहाई पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है। अफरीदी को फर्जी टीकाकरण मुहिम चलाने के लिए 2012 में 33 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई थी। ऐसा माना जाता है कि यह मुहिम बिन लादेन का पता लगाने में अमेरिका खुफिया एजेंसी की मदद करने के लिए चलाई गई थी। चिकित्सक मामले में फिर से सुनवाई किए जाने का जेल में इंतजार कर रहे हैं।
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