इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में अब तक दोनों तरफ से 1 हजार से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इस मामले पर पूरी दुनिया की नजरें और अलग-अलग देशों के नेता भी अपनी राय पेश कर रहे हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हमास के हमलों के बाद इजरायल को राजनयिक, खुफिया सुरक्षा सहायता देने का वादा किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इजरायल को इस कठिन समय में हर संभव साथ की बात कही है। चर्चा अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन के समर्थन की हो रही है, पीएम ऋषि सुनक ने कहा है कि अगर इजरायल सहायता मांगता है तो ब्रिटेन उसे सैन्य रूप से मदद करने के लिए तैयार है। प्रभावित क्षेत्रों से कुछ ब्रिटिश नागरिकों को निकालने की कवायद भी जारी है। ऋषि सुनक ने कहा की हमारे नागरिकों को सुरक्षा देना हमारी ज़िम्मेदारी है।

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत

डाउनिंग स्ट्रीट’ की ओर से कहा गया कि रविवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ पीएम ऋषिन सुनक ने बातचीत की है और उन्हें भरोसा दिलाया है कि घातक आतंकवादी कृत्यों के खिलाफ स्पष्ट रूप से वह इजरायल के साथ खड़ा है। सुनक ने बाद में नेतन्याहू के साथ अपने बातचीत का अपडेट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए घोषणा की कि आतंकवाद को पनपने नहीं देंगे। ‘एक्स’ पर पोस्ट किये गये एक वीडियो संदेश में सुनक ने कहा, ‘‘पिछले 36 घंटे में हमने इजराइल में जो दृश्य देखे हैं, वे वाकई भयावह हैं। मैंने आज पहले प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और उन्हें ब्रिटेन के दृढ़ समर्थन का आश्वासन दिया क्योंकि इज़राइल इन हमलों के खिलाफ खुद का बचाव कर रहा है। आतंकवाद प्रबल नहीं होगा।’’

स्कॉटलैंड यार्ड ने भी चेतावनी दी है कि वह मध्य पूर्व में संघर्ष के परिणामस्वरूप लंदन की सड़कों पर आपराध की किसी भी रिपोर्ट के प्रति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने का रुख अपनाएगा। इस बीच, विपक्षी लेबर पार्टी ने भी आतंकवादी हमलों की दोबारा निंदा करते हुए कहा कि पार्टी ‘इजरायल के लोगों के साथ खड़ी’ है। लेबर पार्टी के नेता डेविड लैमी ने लिवरपूल में चल रहे पार्टी के वार्षिक सम्मेलन के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘इजरायल को आतंकवाद के खिलाफ आत्मरक्षा का अधिकार है।’