अमेरिका ने मंगलवार को 20 साल बाद अफगानिस्तान को पूरी तरह से छोड़ दिया। आखिरी विमान अमेरिकी कमांडर, राजदूत को लेकर उड़ गया है। जिसके बाद अब तालिबान नई सरकार का गठन करने के लिए पूरी तरह तैयार है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह सरकार ईरान की तर्ज पर बनाई जाएगी। वहीं मुल्ला अखुन्दज़ादा को इसका सुप्रीम लीडर बनया जाएगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक विद्रोही ईरान के मॉडल के आधार पर एक सरकार तैयार कर रहे हैं। ईरान एक शिया मुस्लिम बहुल देश है, जो एक इस्लामिक गणराज्य है। अफगानिस्तान भी इस्लामी रिपब्लिक होगा जहां सुप्रीम लीडर ही देश का प्रमुख होता है। मुल्ला अखुन्दज़ादा देश का सुप्रीम लीडर होगा और कंधार में रहेगा। वहीं प्रधानमंत्री और बाकी मंत्री काबुल से सरकार का संचालन करेंगे। मीडिया सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि मुल्ला बरादर या याकूब में से कोई एक अफगानिस्तान का प्रधानमंत्री बन सकता है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से तालिबान ने एक बार फिर कहा है कि हम अमेरिका समेत पूरी दुनिया से अच्छे संबंध चाहते हैं। तालिबानी सरकार के नए सुप्रीम लीडर और उनके अधीन नई सुप्रीम काउंसिल होगी। जिसके 11 से 70 सदस्य हो सकते हैं।

इस्लामिक गणराज्य में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की अलग अलग काउंसिल के माध्यम से जांच की जाती है। लेकिन आखिर में सर्वोच्च नेता अंतिम दो उम्मीदवारों का चयन करता है। राष्ट्रपति का काम कैबिनेट सदस्यों का चयन, सर्वोच्च नेता की बनाई नीतियों और संसद से पास कानूनों को लागू करना होता है। इसका कार्यकाल चार साल का होता है। वहीं एक व्यक्ति दो बार से ज्यादा चुनाव नहीं लड़ सकता।

इसमें एक गार्जियन काउंसिल भी होती है। इसमें 12 सदस्य शामिल होते हैं, जिनका कार्यकाल छह साल होता है। इसमें 6 मौलवी और छह न्यायविद हैं। 12 में से 6 का चुनाव सुप्रीम लीडर करते हैं और बाकी छह संसद द्वारा चुने जाते हैं।

इसके अलावा असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स भी होता है। इसमें जनता द्वारा चुने गए 88 इस्लामी विद्वान शामिल होते हैं, जिन्हें गार्जियन काउंसिल चुनती है। असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स सुप्रीम लीडर की नियुक्ति और उसके प्रदर्शन की निगरानी के जिम्मेदार है। असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के पास सुप्रीम लीडर को हटाने का भी अधिकार होता है।

ईरान में सुप्रीम लीडर ही सरकार का सर्वेसर्वा होता है, इसे जीवन भर के लिए असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स द्वारा चुना जाता है। ईरान के गठन से अब तक सिर्फ दो ही सुप्रीम लीडर बने हैं। इनमें ईरान के संस्थापक अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी और उनके उत्तराधिकारी अयातुल्ला अली खमेनेई शामिल हैं। खमेनेई वर्तमान में ईरान के सुप्रीम लीडर हैं।