Anger Over Ban On Women Education In Afghanistan: भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान के एक प्रोफेसर ने लाइव टीवी पर अपने शैक्षिक दस्तावेजों को यह कहते हुए एक के बाद एक फाड़ दिए, कि जब मेरी मां-बहन को शिक्षा का अधिकार नहीं है तो मुझे भी इन डिग्रियों की जरूरत नहीं है। इस टीवी शो का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पिछले हफ्ते अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने ऐलान किया था कि महिलाओं को अब कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा हासिल करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस ऐलान की देश के भीतर और बाहर व्यापक निंदा हुई।
काबुल के टोलो न्यूज पर यह दृश्य दिखा, बाद में पूर्व अधिकारी ने किया शेयर
शिक्षा से प्रतिबंधित की गईं देश की महिलाओं के प्रति प्रोफेसर की एकजुटता का यह दृश्य काबुल के समाचार चैनल टोलो न्यूज (Tolo News Channel) पर प्रसारित हुआ। इस क्लिप को बाद में बुधवार को अफगान पुनर्वास मंत्री और शरणार्थियों के मंत्री के पूर्व नीति सलाहकार शबनम नसीमी ने ट्विटर पर साझा किया।
पूर्व अधिकारी ने लिखा, “लाइव टीवी पर अद्भुत दृश्य”
उन्होंने ट्वीट में लिखा, “अफगानिस्तान में लाइव टीवी पर अद्भुत दृश्य काबुल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपने डिप्लोमा को नष्ट कर दे रहे हैं। वह प्रोफेसर के शब्दों में लिखती हैं, “आज से मुझे इन डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इस देश में शिक्षा के लिए कोई जगह नहीं है। अगर मेरी बहन और मेरी मां नहीं पढ़ सकती हैं, तो मैं इस शिक्षा को स्वीकार नहीं करता।”
विडियो क्लिप को 5.9 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा
वीडियो को 5.9 लाख से ज्यादा व्यूज और 32,000 से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं। अनाम प्रोफेसर के कार्य की सराहना करते हुए, एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “मुझे यह शब्द समझ नहीं आ रहा है कि यह आदमी क्या कह रहा है, लेकिन सिर्फ अपनी पत्नी और बेटी की रक्षा में उसके जुनून को देखना महिलाओं को उनकी संस्कृति में आगे बढ़ने के लिए बहुत है। उनके लिए बहुत सम्मान और प्रशंसा! ढेरों प्यार!।”
एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, “उनका इशारा एक साथ दिल तोड़ने वाला और उत्थान करने वाला है। हमें महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई का हिस्सा बनने के लिए पुरुषों की आवश्यकता है, और ऐसा होते देखना हमेशा अद्भुत होता है। लेकिन साथ ही, यह बहुत दुख की बात है कि ऐसा होना जरूरी है।”