Afghanistan Crisis LIVE Updates: अफगानिस्तान के एक बड़े हिस्से और राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद आज तालिबान की तरफ से नई सरकार को लेकर घोषणा की जा सकती है। उम्मीद की जा रही है कि मुल्ला बरादर को नया राष्ट्रपति बनाया जाएगा। चीन, रूस, तुर्की और पाकिस्तान नई तालिबान सरकार को मान्यता देने की बात कह चुके हैं। इधर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने अफगानी नेताओं पर हमला बोला है। उन्होंने राष्ट्रपति के देश छोड़ने के कदम की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि कब तक अमेरिकी सैनिक अपनी जान देते रहते।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने के फैसले का बचाव करते हुए अफगान नेतृत्व को बिना किसी संघर्ष के तालिबान को सत्ता सौंपने के लिए जिम्मेदार ठहराया और साथ ही तालिबान को चेतावनी दी कि अगर उसने अमेरिकी कर्मियों पर हमला किया या देश में उनके अभियानों में बाधा पहुंचायी, तो अमेरिका जवाबी कार्रवाई करेगा। बाइडन ने अफगानिस्तान से आ रही तस्वीरों को ‘‘अत्यंत परेशान’’ करने वाली बताया।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सैनिक किसी ऐसे युद्ध में नहीं मर सकते जो अफगान बल अपने लिए लड़ना ही नहीं चाहते। उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं अपने फैसले के साथ पूरी तरह हूं। मैंने 20 वर्षों के बाद यह सीखा कि अमेरिकी सेना को वापस बुलाने का कभी अच्छा समय नहीं आया, इसलिए हम अभी तक वहां थे। हम जोखिमों को लेकर स्पष्ट थे। हमने हर आकस्मिक स्थिति की योजना बनायी लेकिन मैंने अमेरिकी लोगों से हमेशा वादा किया कि मैं आपसे बिल्कुल स्पष्ट बात करूंगा।’’
भारतीय वायुसेना का एक विमान अफगानिस्तान के काबुल से 100 से अधिक लोगों को लेकर गुजरात के जामनगर में मंगलवार को उतरा। भारत आने के बाद राजदूत ने दावा किया कि काबुल पर अफगानिस्तान ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है।
तालिबान के अधिकारी ने अफगान टीवी से कहा कि वह नहीं चाहते हैं कि महिलाएं पीड़ित हों, उनसे सरकार का हिस्सा बनने की गुजारिश की। सरकारी टीवी को दिए साक्षात्कार में तालिबान ने अफगानिस्तान में सभी को ‘‘क्षमादान’’ की आधिकारिक घोषणा की, लोगों से काम पर लौटने का किया आग्रह।
तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमाने के बाद पुणे में पढ़ रहे युद्धग्रस्त देश के छात्र काफी चिंतित हैं क्योंकि उनमें से ज्यादातर अपने परिवार के सदस्यों से बात नहीं कर पा रहे हैं और कुछ छात्र लंबे वक्त तक यहां रहने के लिए अपने वीजा की अवधि बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं। पुणे में अफगान छात्र संघ के अनुसार, शहर में अलग-अलग संस्थानों में पड़ोसी देश के करीब 3,000 छात्र पढ़ रहे हैं। अफगानिस्तान के छात्रों की अहम मांगों में से एक वीजा की अवधि बढ़ाना है जो जल्द ही खत्म हो रही है ताकि ये छात्र अपने देश में स्थिति स्थिर होने तक भारत में रह सके।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की वापसी के पूर्व अमेरिकी प्रशासन के फैसले के साथ आगे बढ़ने का अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का निर्णय ‘‘इस संघर्ष का तार्किक निष्कर्ष’’ है। अकरम ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं से सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ‘‘अफगानिस्तान में दीर्घकालिक शांति, सुरक्षा एवं विकास के लिए एक समावेशी राजनीतिक समाधान सुनिश्चित’’ करने के लिए अब मिल कर काम करना चाहिए।
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगान राजधानी में पैदा हुए मौजूदा हालात के मद्देनजर भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने का प्रयास जारी है। अफगानिस्तान से 120 भारतीयों को लेकर एयरफोर्स का एक विमान गुजरात के जामनगर पहुंचा।
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगान राजधानी में पैदा हुए मौजूदा हालात के मद्देनजर अफगानिस्तान में स्थित भारत के राजदूत और दूतावास के करीब 120 कर्मियों को भारतीय वायुसेना के सी-17 मालवाहक विमान के जरिए काबुल से मंगलवार को स्वदेश वापस लाया जा रहा है।
तालिबान के वरिष्ठ नेता आमिर खान मुत्ताकी को राजनीतिक नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मौजूद बताया जा रहा है। राजनीतिक नेतृत्व में कभी देश की वार्ता परिषद की अध्यक्षता करने वाले अब्दुल्ला अब्दुल्ला और पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई शामिल हैं। वार्ता की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर यह बताया। तालिबान के अंतिम शासन के समय मुत्ताकी उच्च शिक्षा मंत्री था और उसने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के इस सप्ताहांत चुपचाप राष्ट्रपति आवास छोड़ने से पहले ही अफगानिस्तान के राजनीतिक नेताओं से संपर्क बनाना शुरू कर दिया था।
भारत के सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के तहत इस हफ्ते दो उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि उन्हें संयुक्त राष्ट्र में कार्यक्रमों में अफगानिस्तान में स्थिति पर चर्चा की उम्मीद है। जयशंकर सोमवार को यहां पहुंचे जब सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान में स्थिति पर एक आपात बैठक की। 10 दिनों में यह दूसरी बार है कि जब युद्धग्रस्त देश में तेजी से बिगड़ती स्थिति पर चर्चा करने के लिए भारत की अध्यक्षता के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक हुई। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘अफगानिस्तान में घटनाक्रमों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आज महत्वपूर्ण चर्चा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं को जताया। संयुक्त राष्ट्र में मेरे कार्यक्रमों के दौरान इन पर चर्चा की उम्मीद है।’’
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की राजधानी में पैदा हुए मौजूदा हालात के मद्देनजर वहां स्थित भारतीय राजदूत और अन्य कर्मियों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को काबुल से भारत रवाना हुआ। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि यह फैसला किया गया है कि काबुल में भारत के राजदूत और उनके भारतीय कर्मियों को मौजूदा हालात के मद्देनजर तत्काल देश वापस लाया जाएगा। बागची ने ट्वीट किया, ‘‘मौजूदा हालात के मद्देनजर, यह फैसला किया गया है कि काबुल में हमारे राजदूत और उनके भारतीय कर्मियों को तत्काल भारत लाया जाएगा।’’
गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में मौजूदा हालात को देखते हुए भारत आने की इच्छा रखने वाले अफगान नागरिकों की अर्जियों पर जल्द फैसलों के लिए वीजा की नयी श्रेणी की मंगलवार को घोषणा की। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर कब्जा जमाने के दो दिन बाद यह घोषणा की गयी है। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय अफगानिस्तान में मौजूदा हालात को देखते हुए वीजा प्रावधानों की समीक्षा की है। भारत में प्रवेश के लिए वीजा अर्जियों पर जल्द फैसला लेने के लिए ‘ई-आपातकालीन एवं अन्य वीजा’ की नयी श्रेणी बनायी गयी है।’’
जम्मू-कश्मीर में अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति की वजह से सूखे फलों का आयात प्रभावित हुआ है। जम्मू में सूखे फलों के दाम बढ़ गए हैं। एक व्यक्ति ने बताया, ''कुछ दिन पहले खरीदारी की थी, आज उससे दोगुने दाम पर मिल रहे हैं। बाज़ार में इस तरह उछाल आना आम ग्राहकों के बजट से बाहर जाएगा।''
विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि अफगानिस्तान की राजधानी में मौजूदा हालात को देखते हुए काबुल में भारतीय राजदूत और उनके भारतीय कर्मचारी तुरंत भारत आएंगे। इधर विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रमों को लेकर सोमवार को बातचीत की है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रमों को लेकर सोमवार को बातचीत की। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि दोनों शीर्ष राजनयिकों ने अफगानिस्तान संबंधी हालात पर चर्चा की। इसके कुछ ही देर बार जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘(अमेरिका के विदेश मंत्री) ब्लिंकन के साथ अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रमों पर चर्चा की।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से अफगानिस्तान में पैदा हुई अराजकता की स्थिति को लेकर सोमवार को बातचीत की। इस बीच, एक शीर्ष अमेरिकी सीनेटर ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से अपील की कि वह पाकिस्तान और चीन से तालिबान सरकार को मान्यता नहीं देने की अपील करें। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ब्लिंकन दुनियाभर के अपने कई समकक्षों से इस विषय पर बात कर रहे हैं और इसी के तहत उन्होंने कुरैशी से बातचीत की।
सूत्रों के अनुसार भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान ने काबुल से 120 से अधिक भारतीय अधिकारियों के साथ उड़ान भरी है। कर्मचारियों को कल देर शाम हवाई अड्डे के सुरक्षित इलाकों में सुरक्षित पहुंचा दिया गया था।
युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान से भागते हुए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने हेलीकॉप्टर में ठूंस-ठूंस कर नकदी भरी, लेकिन जगह की कमी के कारण नोटों से भरे कुछ बैग रनवे पर ही छोड़ने पड़ गये। रूस की आधिकारिक मीडिया ने सोमवार को एक खबर में यह दावा किया।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की वापसी के फैसले का बचाव करते हुए सोमवार को कहा कि वह पूरी तरह इस फैसले के साथ हैं और युद्ध ग्रस्त देश में सरकार अनुमानित समय से पहले ही गिर गई। उन्होंने तालिबान को भी चेतावनी दी कि यदि उसने अमेरिकी कर्मियों पर हमला किया या अफगानिस्तान में उनके अभियानों को बाधित किया तो अमेरिका उसके खिलाफ त्वरित और उग्र कार्रवाई करेगा।
उज्बेकिस्तान के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि उज्बेकिस्तान के हवाई रक्षा प्रणाली ने देश के वायु क्षेत्र में अवैध रूप से घुसने का प्रयास कर रहे अफगान सेना के एक विमान को मार गिराया। दक्षिण-पूर्वी उज्बेकिस्तान में अफगानिस्तान की सीमा के साथ लगते सुरखंदरया में विमान को मार गिराया गया। स्थानीय मीडिया ने एक विमान दुर्घटना की खबर दी थी। उज्बेकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने पहले कहा था कि वह दुर्घटना के वीडियो एवं खबर की पड़ताल कर रहा है और फिर बिना विस्तृत जानकारी दिए बगैर कहा कि एक विमान दुर्घटाग्रस्त हो गया है। सोमवार को अधिकारियों ने कहा कि विमान मार गिराया गया है।
चीन ने सोमवार को उम्मीद जताई कि तालिबान अफगानिस्तान में ‘‘खुली एवं समग्र’’ इस्लामिक सरकार की स्थापना के अपने वादे को निभाएगा और बिना हिंसा एवं आतंकवाद के शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण सुनिश्चित करेगा। अफगानिस्तान की सरकार गिरने के बाद पहली बार प्रतिक्रिया जताते हुए चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने संवाददाताओं से बात करते हुए उम्मीद जताई कि तालिबान सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के वादे को निभाएगा, अफगान नागरिकों और विदेशी राजदूतों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेगा।
दिल्ली पुलिस ने मध्य दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित अफगानिस्तान के दूतावास के बाहर सोमवार को सुरक्षा कड़ी कर दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई अफगान नागरिक दूतावास आए थे और उसके बाहर कुछ मीडियाकर्मी भी एकत्र हो गए थे। उन्होंने बताया, “उन्हें नियंत्रित करने और स्थिति सामान्य रखने के लिए दूतावास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई । हालांकि, हमारे पास किसी तरह के खतरे की कोई गुप्त सूचना नहीं है।”
ब्रिटेन की सेना के एक पूर्व कमांडर ने सोमवार को दावा किया कि तालिबान बिना पाकिस्तान के समर्थन के अपना अभियान जारी नहीं रख सकता था, या अफगानिस्तान में जीत हासिल नहीं कर सकता था। पूर्व कमांडर ने इस बात को लेकर भी चिंता जताई कि जिहादी तत्व पाकिस्तान में परमाणु हथियारों पर नियंत्रण हासिल कर रहे हैं। यरुशलम स्थित गैर लाभकारी संगठन ‘मीडिया सेंट्रल’ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ब्रिटिश सेना के पूर्व कमांडर कर्नल रिचर्ड केम्प ने कहा, “ पाकिस्तान ने तालिबान को बनाया, तालिबान को पैसा दिया और तालिबान को समर्थन दिया।”
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद युद्धग्रस्त देश में संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रमुख ने कहा कि वे मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए ‘पदेन’ अधिकारियों के साथ काम करना जारी रखेंगे। रमीज़ अलकबरोव ने सोमवार को कहा कि हालिया लड़ाई में करीब छह लाख लोग विस्थापित हुए हैं और अस्थिर माहौल रहने की वजह से मानवीय टीमें हर जगह मदद नहीं पहुंचा पा रही हैं।