इजराइल-हमास के बीच संघर्ष विराम को मजबूती देने के लिए मिस्र के वातार्कारों ने शनिवार को बातचीत शुरू की। इजराइल और फलस्तीन के क्षेत्र में मिस्र के वातार्कारों की दो टीम मौजूद है ताकि संघर्ष विराम के समझौते को मजबूती दी जा सके। यह जानकारी मिस्र के एक वातार्कार ने शनिवार को दी। वहीं हमास शासित गाजा पट्टी में इजराइल की 11 दिनों की बमबारी के बाद फिलस्तीनियों ने क्षति का आकलन करना शुरू कर दिया है। आवश्यक सामानों को लेकर 130 ट्रकों का काफिला गाजा की ओर रवाना हो गया है।

एक दशक से भी कम समय के भीतर इजराइल-हमास के बीच चौथे युद्ध के लिए संघर्षविराम घोषित होने के बाद शनिवार को पूरी तरह शांति रही।
इजराइल और हमास दोनों ने जीत का दावा किया है। इस तरह का अनुमान था कि फिलहाल संघर्ष विराम लागू हो जाएगा लेकिन कुछ स्थानों पर दूसरे दौर की लड़ाई की संभावना प्रबल हो गई है। कई मुद्दे अनसुलझे रह गए हैं जिनमें इजराइल-मिस्र की सीमा पर नाकाबंदी 14वें साल भी जारी रहना और इस्लामिक आतंकवादी संगठन हमास को नि:शस्त्र करना शामिल है।

लड़ाई दस मई को शुरू हुई जब हमास के चरमपंथियों ने गाजा से यरूशलम की तरफ लंबी दूरी के रॉकेट दागने शुरू किए। फलस्तीन के प्रदर्शनकारियों और इजराइल की पुलिस के बीच अल-अक्सा मस्जिद परिसर में झड़पों के बाद ये हमले शुरू हुए।

इजराइल के साथ 11 दिन तक चली लड़ाई के बाद हमास के लड़ाकों ने शनिवार को गाजा सिटी में राइफलें लहराकर शक्ति प्रदर्शन किया और समूह का शीर्ष नेता पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आया। शनिवार पूर्ण रूप से संघर्ष विराम का पहला दिन था। इस दौरान मिस्र के वार्ताकारों ने संघर्ष विराम को टिकाऊ बनाने के लिये वार्ताएं कीं।

ग्यारह दिन की लड़ाई के दौरान इजराइल ने गाजा में हमास के सैकड़ों ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किये तो हमास तथा अन्य उग्रवादी समूहों ने इजराइल की ओर चार हजार से अधिक रॉकेट दागे। इस दौरान 250 से अधिक लोगों की मौत हुई, जिनमें ज्यादातर फलस्तीनी थे। इजराइल और हमास दोनों अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं।

शनिवार को सेना की वर्दी पहने हमास के सैंकड़ों लड़ाकों ने परेड निकाली और लड़ाई के दौरान अपने वरिष्ठ कमांडर बासिम ईसा की मौत पर शोक व्यक्त किया। गाजा में हमास का शीर्ष नेता याहया सिनवार लड़ाई शुरू होने के बाद से पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आया।