म्यांमार के ऐतिहासिक आम चुनाव में बड़ी संख्या में लोगों के मतदान करने के बाद वोटों की गिनती शुरू हो गई है जो आंग सान सूची की लोकतंत्र समर्थक पार्टी को सत्ता में लाकर देश में दशकों पुराने सैन्य शासन को समाप्त कर सकती है। उत्साह से भरे मतदाताओं की लंबी लाइनें और मतदान करने पहुंची सू की की रॉक स्टार की तरह स्वागत के बाद स्थानीय समयानुसान शाम चार बजे मतदान बंद होते ही वोटों की गितनी शुरू हो गई है। केंद्रीय चुनाव आयोग के उपनिदेशक थांट जिन आंग के अनुसार चुनाव में 80 फीसद मतदान हुआ है। विपक्ष उम्मीद कर सकता है कि इस भारी मतदान का लाभ उसे मिलेगा और वह बहुमत हासिल करेगा। लंबे अर्से बाद म्यांमार में हो रहे सबसे स्वतंत्र चुनाव के दौरान तीन करोड़ से ज्यादा लोगों को मताधिकार प्राप्त था।
पारंपरिक स्कर्ट और बालों में अपने अंदाज से फूल लगाए सू की जब रविवार की सुबह यांगून में वोट डालने पहुंचीं तो बड़ी संख्या में पत्रकारों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया। उनकी पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) का मानना है स्वतंत्र मतदान, सैन्य शासन के खिलाफ दशकों की लड़ाई के बाद उनके दल को सरकार में आने में मदद करेगा।
लेकिन नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित सू की, सैन्य शासन में लिखित संविधान के प्रावधानों के आधार पर देश की राष्ट्रपति नहीं बन सकती हैं। साथ ही पार्टी को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ेगा क्योंकि अभी भी एक चौथाई सीटें सेना के लिए आरक्षित हैं। राजधानी ने-पी-ताव में शीर्ष जुंटा जरनलों में से एक, राष्ट्रपति थेन सिन ने मतदान के बाद स्याही लगी अपनी अंगूली मीडिया को मुस्कुराते हुए दिखाई। उनकी सत्तारूढ़ यूनियन सॉलिडारिटी एंड डवलपमेंट पार्टी (यूएसडीपी) सू की की पार्टी एनएलडी की जीत में मुख्य अवरोध है।
बड़ी संख्या में मतदाता इस बात को लेकर भी परेशानी में हैं कि चुनाव में हारने के बाद देश की शक्तिशाली सैन्य शक्ति की प्रतिक्रिया कैसी होगी। राजधानी में वोट डालने के बाद सेना प्रमुख ने कहा कि सेना जनादेश का सम्मान करेगी। मिन आंग हलाइंग ने संवाददाताओं से कहा-‘जैसे एक विजेता नतीजे को स्वीकार करता है, वैसे ही एक पराजित को भी करना चाहिए।’