2014 में भारतीय-फ़िज़ियन महिला मोनिका चेट्टी की रहस्यमय मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है। ऑस्ट्रेलियाई जांचकर्ताओं का कहना है कि अबतक उन्हें इससे जुड़ा कोई बड़ा सुराग नहीं मिला है। न्यू साउथ वेल्स सरकार ने हाल ही में मामले को सुलझाने के लिए जानकारी प्रदान करने वाले को 500,000 डॉलर के इनाम की घोषणा की है।

मोनिका चेट्टी जनवरी 2014 में वेस्ट ऑफ सिडनी से करीब 40 किलोमीटर दूर वेस्ट हाक्सटन के बुशलैंड में जिंदा पाई गई थीं। इससे कुछ 5 से 10 दिन बाद उन्हें एसिड से जला दिया गया था. करीब एक महीने बाद उनकी अस्पताल में मौत हो गई थी। न्यू साउथ वेल्स पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि जांच चल रही है और इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि नर्स के मौत के मामले में अगले एक- दो हफ्ते में कानूनी जांच शूरू हो रही है।

इस महीने की शुरुआत में 500,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की पुरस्कार राशि की घोषणा करते हुए, राज्य के पुलिस और आपातकालीन सेवाओं के मंत्री डेविड इलियट ने कहा कि मोनिका चेट्टी की मौत में इनाम की घोषणा एक महत्वपूर्ण ऐलान है, जिससे जांचकर्ताओं को सूचना मिलने की उम्मीद है।

इलियट ने कहा कि मोनिका चेट्टी की संदिग्ध मौत को छह साल से अधिक समय हो गया है। हम सभी यह जानना चाहते हैं कि ऐसा अपराध कैसे हो सकता है। मंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह इनाम उन आरोपियों तक पहुँचने में मददा करेगा जो इसके लिए जिम्मेदार हैं ताकि उसके परिवार को जवाब मिल सके की ऐसा क्यों हुआ।