रूस के मगदान में फंसे 232 यात्रियों को लेकर एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट सैन फ्रांसिस्को के लिए रवाना हो चुकी है। स्थानीय समय के मुताबिक, गुरुवार (8 जून, 2023) को 6:14 बजे फ्लाइट मगदान पहुंच गई थी और 10.27 बजे उड़ान भर ली थी। उम्मीद है कि 00:15 बजे तक फ्लाइट सैन फ्रांसिस्को पहुंच जाएगी। कल दोपहर 3:21 बजे फ्लाइट को दिल्ली के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना किया गया था।
सैन फ्रांसिस्को पहुंचने के बाद यात्रियों को मेडिकल और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी। फ्लाइट का निरीक्षण करने के बाद विशेषज्ञों ने आगे की यात्रा के लिए दूसरी फ्लाइट की आवश्यकता की सलाह दी थी। वहीं, एयर इंडिया ने कल भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ एक और फ्लाइट मगदान भेजी थी। एयर इंडिया ने कहा कि यह उड़ान सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को आठ जून को सैन फ्रांसिस्को ले जाएगी। एयरलाइन ने यह भी कहा कि फ्लाइट में एक टीम भी गई है जो यात्रियों और चालक दल की जरूरी सहायता करेगी।
उधर, अमेरिका बताया कि फ्लाइट की मगदान में इमरजेंसी लैंडिंग के बाद से वह स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। मंगलवार को फ्लाइट एआई173 के इंजन में गड़बड़ी के कारण उसे इमरजेंसी में मगदान में उतारना पड़ा था। बोइंग 777-200 एलआर विमान में 216 यात्री और क्रू स्टाफ के 16 सदस्य सवार थे। इस फ्लाइट में ज्यादातर अमेरिका के नागरिक सवार थे। रूस की आधिकारिक न्यूज एजेंसी स्पूतनिक के मुताबिक, हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने कहा कि सभी यात्री विदेशी नागरिक हैं, जिनमें 40 से अधिक अमेरिकी नागरिक हैं और कई लोग कनाडा के हैं।
मगदान में फंसे यात्रियों के रुकने की पास के ही स्कूल और डोरमेट्री में व्यवस्था की गई थी। स्पूतनिक ने मगदान क्षेत्र के परिवहन मंत्री एलेक्सी सिरोपास के हवाले से बताया गया कि सभी यात्रियों को हवाई अड्डे के पास एक स्कूल में रखा गया है, जबकि छोटे बच्चों के साथ यात्रा कर रहीं महिलाओं को शहर के एक मेडिकल कॉलेज के डोरमेटरी में रखा गया है। मगदान पूर्व सोवियत संघ में स्टालिन के शासन काल में राजनीतिक दमन के लिए कुख्यात रही सरकारी एजेंसी गुलाग का मुख्य ट्रांजिट बिंदु था। गुलाग श्रम कारावास संचालित करती थी। मगदान मॉस्को से करीब 10,167 किलोमीटर की दूरी पर है और फ्लाइट के जरिए मॉस्को से मगदान पहुंचने में 7 घंटे 37 मिनट का समय लगता है।