Svante Paabo Awarded Nobel Prize News: स्वीडन के स्वंते पाबो (Svante Paabo) को “विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम (genomes of extinct hominins and human evolution) से संबंधित उनकी खोजों पर” इस साल के मेडिसिन के क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नोबेल समिति के सचिव थॉमस पर्लमैन ने सोमवार को स्वीडन के स्टॉकहोम में करोलिंस्का संस्थान में विजेता के नाम की घोषणा की। स्वंते पाबो लीपज़िग के मैक्स प्लैंक-इंस्टीट्यूट फॉर इवोल्यूशनरी एंथ्रोपोलॉजी के निदेशक (Director of Leipzig’s Max Planck-Institute for Evolutionary Anthropology) और स्वीडिश आनुवंशिकीविद् (Swedish Geneticist) हैं।
मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार की घोषणाओं के साथ ही हफ्ते भर तक एक-एक पुरस्कार की घोषणा होती रहेगी। मंगलवार को भौतिकी (Physics) के क्षेत्र में पुरस्कार, बुधवार को रसायन शास्त्र (Chemistry) और गुरुवार को साहित्य (Literature) के क्षेत्र में पुरस्कार की घोषणा की जाएगी। 2022 के नोबेल शांति (Peace) पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र पुरस्कार (Economics) की घोषणा 10 अक्टूबर को की जाएगी।
एक धनी स्वीडिश उद्योगपति और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) की इच्छा से चिकित्सा (Medicine), भौतिकी (Physics), रसायन (Chemistry) विज्ञान, साहित्य (Literature) और शांति (Peace) के क्षेत्र में पुरस्कार देने की परंपरा शुरू की गई थी। अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु के पांच साल बाद 1901 में पहला पुरस्कार दिया गया था।
प्रत्येक पुरस्कार में 10 मिलियन क्रोनर (लगभग $900,000) होता है और इसे 10 दिसंबर (जिस दिन 1896 में अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु हुई थी) की तारीख पर डिप्लोमा और स्वर्ण पदक के साथ दिया जाता है।
अर्थशास्त्र पुरस्कार आधिकारिक तौर पर अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार के रूप में जाना जाता है। इसे नोबेल समिति ने नहीं, बल्कि 1968 में स्वीडन के केंद्रीय बैंक द्वारा शुरू किया गया था। 1901 और 2021 के बीच, नोबेल पुरस्कार और आर्थिक विज्ञान में 609 बार पुरस्कार दिए जा चुके हैं।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (Indian Institute of Technology Madras) जल्द ही सुब्रा सुरेश विशिष्ट व्याख्यान श्रृंखला शुरू करेगा, जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेताओं और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से विश्व स्तर पर प्रसिद्ध वक्ताओं के व्याख्यान होंगे। वे एक विज्ञान वार्ता भी देंगे जो सभी सदस्यों के लिए खुली होगी। नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो डिडिएर क्वेलोज़ 20 अक्टूबर को चेन्नई में सुब्रा सुरेश विशिष्ट व्याख्यान श्रृंखला का उद्घाटन भाषण देंगे।
सुब्रा सुरेश विशिष्ट व्याख्यान श्रृंखला तीन दिवसीय वार्षिक कार्यक्रम होगा। पहले दिन तकनीकी व्याख्यान और दूसरे दिन सार्वजनिक व्याख्यान शामिल होंगे। अंतिम दिन प्रतिष्ठित वक्ताओं और IIT मद्रास के फैकेल्टी मेंबर्स और छात्रों के बीच बातचीत तथा लैब विजिट पर केंद्रित होगा।
