उत्तर प्रदेश के जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अफगानिस्तान से भारत आ रहे हिंदू तथा सिख परिवारों को रामपुर जिले की बिलासपुर तहसील में बसाने की पेशकश की है। उन्होंने अमित शाह से अनुरोध किया कि वह हिंदू और सिख परिवारों को बसाए जाने के संबंध में तत्काल कोई आदेश जारी करें।
औलख ने कहा कि भारत सरकार द्वारा अफगानिस्तान से विस्थापित हिंदू और सिख परिवारों को भारत लाया जा रहा है। उन्हें बसाने के लिए रामपुर जिले की बिलासपुर तहसील में जमीन देने के लिए वहां के निवासी तैयार हैं। उन्होंने पत्र में कहा विस्थापित हिंदू और सिख परिवारों के भरण-पोषण के लिए कृषि योग्य भूमि भी उपलब्ध कराई जाएगी जिससे वह अपना जीवन यापन कर सकेंगे। तालिबान का कब्जा होने के बाद से बड़ी संख्या में हिंदू और सिख परिवार भारत आ रहे हैं।
उधर, अफगानिस्तान में दिन-प्रतिदिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। तालिबान के कब्जे के बाद से काबुल समेत लगभग सभी प्रांतों में अफरा-तफरी का माहौल है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि अब तक कितने लोगों को अफगानिस्तान से भारत लाया गया है। इस दौरान 31 पार्टियों के 37 नेता मौजूद थे।
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साढ़े तीन घंटे तक चली इस बैठक में जयशंकर ने अफगानिस्तान के हालात और भारत सरकार के कदम को लेकर विपक्षी दलों को ब्रीफ किया। जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान से अब तक 565 लोगों को निकाला गया है। इसमें दूतावास के 175 कर्मचारी, 263 अन्य भारतीय नागरिक, हिंदू और सिख समेत अफगानिस्तान के 112 नागरिक और 15 अन्य देशों के नागरिक शामिल हैं।
एस जयशंकर ने तालिबान के प्रति भारत सरकार के रुख के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति ठीक नहीं हुई है, इसे ठीक होने दीजिए। अफगानिस्तान मुद्दे पर केंद्र सरकार और सभी पार्टियों की राय एक जैसी थी। बैठक में केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी भी संसद भवन अनुबंध में ब्रीफिंग के दौरान मौजूद रहे। AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के साथ टीएमसी नेता भी इसमें शामिल रहे।