किसी महापुरुष ने सही कहा है कि भागने के मामले में उम्र नहीं, अनुभव मायने रखता है। 32 साल के केदार जाधव भाग नहीं पाए तो रन आउट हो गए, लेकिन 61 साल के विजय माल्या ऐसे भागे कि आजतक कानून के लंबे हाथ भी उन्हें छू नहीं सके। माल्या की आईपीएल टीम भी है, जिसका नाम है बैंगलोर रॉयल चैलेंजर्स। भले ही उनकी टीम ने नाम के अनुरूप खेल नहीं दिखाया (वैसे भी टीम का नाम तो विजय माल्या ने अपने शाही अंदाज को ध्यान में रख कर रखा था), लेकिन टीम के कप्तान विराट कोहली के काम की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। विराट शुरुआती मैचों में खेल नहीं पाए, लेकिन टीम के साथ तालियां बजाकर टीम में जोश भरने का काम किया। जब कंधा टीम का बोझ उठाने जैसा हुआ तो तुरंत टॉस करने के लिए आए। लेकिन उनका बल्ला बिल्कुल भल्लादेव के मुकट के जैसा रहा। बस साथ रहा, पर कोई काम नहीं किया।
टीम हारने के बाद विराट ने मोदी की तरह मन की बात भले ही ना की हो लेकिन टीम के आईपीएल 10 से बाहर होने पर आलोचकों ने क्रिस गेल पर ठीक उसी तरह सवाल उठाए जिस तरह राजनीतिक पार्टियों ने ईवीएम पर उठाए थे। टीम के प्रदर्शन पर नाम ना बताने की शर्त पर एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि टीम के स्पोर्ट स्टाफ ने कम मेहनत की थी, जिसके चलते टीम हार गई। ये बात सुनकर टीम की सुंदर कन्याएं (चीयर्स लीड़र) नाराज हो गईं और कैमरामैन से कहकर अपने काम का हिसाब दिया। जांच हुई तो कन्याओं के काम की जमकर प्रशंसा की गई। विदेश में बैठे माल्या को भी कन्याओं का काम पसंद आया। वहीं से ऐलान किया कि अगले साल आने वाले कैलंडर पर इनके फोटो लगाए जाएंगे।
अभी भी खुद को टीम का मालिक समझकर माल्या कप्तान विराट कोहली पर बेहद गुस्सा हुए। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने कोहली पर खूब गुस्सा किया। इतना गुस्सा कि वह भारत आकर कोहली को डांटना चाहते थे। फिर अपने सलाहकारों के कहने पर उन्हें ही लंदन बुला लिया। बताया जा रहा है कि माल्या को ज्यादा गुस्सा इस बात से है कि बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स का अच्छा प्रदर्शन ही इकलौती वह चीज है जो आजकल विजय माल्या को रॉयल होने का अहसास करा सकती थी। कोहली ने इस संभावना पर पानी फेर दिया। ये बातें चली ही रही थी कि टीम की हार का गुस्सा विराट ने माल्या पर उतार दिया। विराट ने भी आपा खो दिया और माल्या को याद दिलाया कि वह किस हैसियत से उन्हें डांट रहे हैं, जबकि वह अपनी टीम पहले ही बेच चुके हैं। हालांकि माल्या को नशे में देख कोहली ने तुरंत अपना गुस्सा ठंडा किया। उधर, जैसे ही माल्या को याद आया कि अब वो टीम के मालिक नहीं रहे, वह बेहोश हो गए।
(यह खबर आपको हंसने-हंसाने के लिए कोरी कल्पना के आधार पर लिखी गई है। इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है। ऐसी अन्य खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें )