अबु धाबी के शहजादे शेख मोहम्‍मद बिन जायद अल नहान इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में भारत के मेहमान बनने आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका जोरदार स्‍वागत किया। इस पर हाल ही में विदेश से लौटे कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी नाराज हो गए बताए जाते हैं। उन्होंने मोदी को निशाने पर लिया। पीएम मोदी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि मैं विदेश से लौटा तो मोदी मुझे एयरपोर्ट पर लेने नहीं आए और प्रिंस को लेने एयरपोर्ट पहुंच गए। इस पर भाजपा ने पलटवार किया कि मोदी फटी जेब वालों को एयरपोर्ट पर लेने नहीं जाते। प्रधानमंत्री पर हमले का मौका और ताजा-ताजा सहयोगी बने कांग्रेस के उपाध्‍यक्ष का बचाव करने का मौका भांप कर सपा नेता आजम खान भी मैदान में कूद गए। उन्‍होंने कहा कि मैं मेरी भैंसो की कसम खाकर कहता हूं कि राहुल जी ठीक कह रहे हैं। उधर, प्रधानमंत्री को घेरनेे का कोई मौका नहीं चूकने वाले अरविंंद केजरीवाल को भी अहसास हुआ कि उनसे एक बड़ा मुद्दा छूटा जा रहा है। उन्‍होंनेे भी तुरंत बयान जारी कर दिया कि मोदी प्रिंस के साथ मिले हुए हैं। केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास सबूूत हैं कि मोदी ने प्रिंस से पेट्रोल मांगा क्योंकि नोटबंदी के कारण मोदी के सारे पैसे खत्म हो गए हैं। विदेशों में घूूमने के लिए मोदी को ज्यादा पेट्रोल की जरूरत पड़ती है।

मोदी पर हमला बोलने वालों को करारा जवाब देने के लिए उनके कई समर्थक भी आगेे आ गए। अनुपम खेर ने कहा कि ठंड की वजह से मोदी जी राहुल को लेने नहीं गए, क्योंकि राहुल बाबा विदेश से सुबह आते हैं और सुबह में ठंड ज्यादा होती है। इस पर आलिया भट्ट ने ट्वीट किया कि मोदी को गर्म कपड़े पहनकर एयरपोर्ट जाना चाहिए था। आलिया के मुताबिक ज्यादा कपड़ों का इस्तेमाल करने से कपड़ा मंत्रालय को ज्यादा फायदा होगा। इस पर कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी ने बिना नाम लिए कहा कि देश की हीरोइनें कम कपड़े पहनती हैं, जिससे कपड़ा मंत्रालय घाटे में चल रहा है। उनका यह ताना मल्लिका सहरावत को नागवार गुुजरा। उन्‍होंनेे तुरंत टिप्‍पणी की कि स्मृति ईरानी बॉलीवुड पर इसका दोष नहीं दे सकतींं। देश में कई पुरुष भी हैं जो कम कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं और बाबा रामदेव इसका उदारहण हैं। इतना सुनते ही बाबा रामदेव ने कहा कि हम पतंजलि में जल्द ऐसे कपड़ोंं का निर्माण करने वाले हैं जिनको घर में रखने से ही ठंड दूर हो जाएगी।

अपनी यात्रा पर मचे इस जुबानी घमासान से शहजादे बिल्‍कुल बेखबर रहे और जाते-जाते भारत की मेजबानी कभी भूलने लायक नहीं बता गए।

(यह खबर आपको हंसने-हंसाने के लिए कोरी कल्‍पना के आधार पर लिखी गई है। इसे सीरियसली नहीं लें।)