वातावरण में लाल रंग के बाद सबसे ज्यादा प्रभावशाली रंग नीला है, ये बहुत रहस्मयी और गहरा रंग है। ये धीरे-धीरे सम्मोहन और आकर्षण पैदा करता है। ज्योतिष में नीला रंग शनि का शुभ रंग माना जाता है। कुछ जानकार इसे राहु का रंग भी मानते हैं, ये रंग पीले रंग का सम्पूरक रंग माना जाता है, इस रंग का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए।

नीले रंग के प्रयोग में सावधानियां – ये रंग कभी-कभी खुद को सम्मोहित कर देता है। इस रंग के ज्यादा प्रयोग से बुद्धि शांत नहीं रहती, ये रंग व्यक्ति के आलस्य को बढ़ा देता है। ये रंग कभी-कभी भय की वृत्ति पैदा करता है। इस रंग से व्यक्ति के पारिवारिक जीवन में अशांति आती है।

कैसे करें नीले रंग का प्रयोग- शिक्षा और काम के स्थान पर नीले रंग के हल्के शेड का प्रयोग करें, ध्यान के स्थान पर इसका प्रयोग कर सकते हैं। शनि और राहु से लाभ लेने के लिए भी इसका प्रयोग कर सकते हैं, नीले के साथ सफेद रंग का प्रयोग करके आकर्षण को बढ़ा सकते हैं। समझाने और सलाह देने वाले कामों में नीले रंग का ही प्रयोग करें। नीले रंग का रुमाल साथ में रखने से राहु की समस्याएं कम हो जाती है।

[jwplayer fu5UoB9G-gkfBj45V]

नीले रंग के प्रयोग की सावधानियां- लगातार नीले रंग का प्रयोग कभी ना करें। जल प्रधान कुंडलियों में ये समस्या बढ़ा सकता है। अंक 4 वालों को संतुलित मात्रा में इसका प्रयोग करना चाहिए। कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो इस रंग से बचना चाहिए। अवसाद वाले लोग या निराशा वाले लोग इस रंग का प्रयोग ना करें, बेडरुम में इस रंग का प्रयोग ना करें।