आइए आज आपको बताते हैं हनुमान चालीसा से जुडी जानकारी और जाप के नियम
हनुमान चालीसा की प्रयोग विधि – हनुमान जी और श्रीराम के चित्र की स्थापना करें। इसके बाद उनके सामने जल से भरा लोटा रखें। इसके बाद कम से कम 3 बार से लेकर 108 बार तक चालीसा का पाठ करें। पाठ करन के बाद लोटे के जल को प्रसाद की तरह ग्रहण करें। रोजाना चालीसा का पाठ एक ही समय करें। विशेष दशाओं में हनुमान चालीसा को यात्रा के दौरान भी पढ़ सकते हैं। सोते समय भी हनुमान चालीसा का पाठ किया जा सकता है। रोजाना सुबह स्नान करके लाल आसन पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। चालीसा पढ़ते समय घी का दीपक जरूर जलाएं।
पंक्ति जाप के नियम –किसी भी एक पंक्ति का चुनाव अपनी जरुरत अनुसार करें। नित्य प्रात: तुलसी की माला पर मंत्र की तरह जाप करें। जिस समय तक आप इन पंक्तियों का जाप करें उस समय प्याज, मांस-मंदिरा या अन्य किसी नशे का इस्तेमाल ना करें। बिना श्रीराम की पूजा के हमुमान जी की पूजा ना करें।
इन पंक्तियों का जाप करने शांत हो सकती है विशेष समस्या –
1. अगर आप विद्या, बुद्धि और एकग्रता बढ़ाने के लिए इस लाइन का रोजाना जाप करें- बुद्धिहीन तुन जानिके सुमिरो पवनकुमार, बल बुधि विद्या देहि मोहि, हरहु कलेस विकास
2. बेहतर स्वास्थ्य पाने के लिए इस लाइन का रोजाना जाप करें – लाय संजीवन लखन जियाय, श्री रघुवीर हरसी उर लाय
3. रिश्तों में मधुरता लाने के लिए इस लाइन का रोजाना जाप करें – रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहिं सम भाई
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4. दुर्घटनाओं और क्रोध से बचने के लिए- नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत वीरा।
5. जीवन में गलत रास्ते से बचने के लिए – महावीर विक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी
6. अगर जीवन में समस्या काफी गंभीर हो तो इस लाइन का जाप करें – दुर्गम काजज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।
7. किसी भय से बचने के लिए – भूत पिसाच निकट नहीं आवें, महावीर जब नाम सुनावें। इस लाइन का रोजाना 108 बार जाप करें।