वैदिक ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह का अपना एक विशेष स्थान है। साथ ही हर ग्रह अपना असर मानव जीवन के ऊपर छोड़ता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं चंद्र ग्रह की, जिनको वैदिक ज्योतिष में मन का कारक कहा जाता है। साथ ही चंद्र ग्रह जन्मकुंडली में माता का प्रतिनिधित्व करते हैं। यदि कुंडली में चंद्रमा की स्थिति सही न हो तो व्यक्ति को कई तरह की मानसिक समस्याओं और डिप्रेशन का सामना करना पड़ता है। इसलिए कुंडली में चंद्रमा का अनुकूल होना आवश्यक होता है। 

आपको हम आज बताने जा रहे हैं अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा ग्रह कमजोर या अशुभ हो तो उसको जीवन में क्या परेशानियां आने लगती हैं और उसके उपाय क्या हैं।

चंद्र कमजोर होने से जीवन में आने लगती हैं ये परेशानियां:

वैदिक ज्योतिष के अनुसार जन्मकुंडली में पीड़ित और अशुभ चंद्रमा के कारण व्यक्ति को मानसिक पीड़ा होती है। साथ ही उसे रात में नींद नहीं आती है और भय लगा रहता है। साथ ही व्यक्ति की स्मृति कमज़ोर हो जाती है और उसे डिप्रेशन हो जाता है। साथ ही जातक की मां को किसी न किसी प्रकार की दिक्कत बनी रहती है। 

जल लगता है भय:

साथ ही व्यक्ति को जल से भय लगता है। वहीं कई बार जातक इस दौरान आत्महत्या करनी की कोशिश करता है। वहीं चंद्रमा कुंडली में अशुभ होने से खांसी-जुकाम, अस्थमा, सांस या फेफड़ों से संबंधित बीमारियां परेशान करती हैं। वहीं एकाग्रता की कमी, नींद न आना और दिमाग को विचलित करने वाली सभी समस्याओं की वजह भी चंद्र का अशुभ होना ही है।

पीड़ित चंद्रमा के लिए करें ये उपाय:

भगवान शिव का करें रुद्राभिषेक:
किसी व्यक्ति की कुडंली में चंद्रमा कमजोर या अशुभ स्थिति में है तो उसे महादेव की पूजा करनी चाहिए। इतना ही नहीं, कम से कम 10 या 54 सोमवार का व्रत रखने चाहिए. साथ ही, हर सोमवार महादेव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करें, शिव चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से चंद्र मजबूत होता है और मानसिक शांति मिलती है।

 रोज करें चरण स्पर्श:
सुबह उठकर नियमित रूप से मां के चरण स्पर्श करने, उनकी सेवा करने और उन्हें प्रसन्न रखने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।

इस विधि से करें चंद्रमा का पूजन:
चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए चांदी के लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा सा गंगाजल, दूध, चावल और शक्कर मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। इसके साथ ही प्रत्येक पूर्णिमा पर व्रत करके चंद्रमा का पूजन करना चाहिए। ऐसा करने से चंद्रमा का नकारात्मक प्रभाव दूर होता है।

इन मंत्रों का करें जाप:

चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। चंद्रमा के मंत्र इस प्रकार हैं।

ऊं सों सोमाय नम:।

ऊं श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:

ऊं श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम: