पंडित जी
नए साल में सभी यह जानने की इच्छा रखते हैं कि उनके लिए आने वाला साल कैसा रहेगा? नए साल में उनके जीवन पर ग्रहों-नक्षत्रों का कैसा प्रभाव रहेगा? उनके कारोबार, वित्तीय स्थिति, करिअर, शिक्षा, सेहत, वैवाहिक जीवन आदि कैसे रहेंगे? लाभ के कितने मौके मिलेंगे और कौन से शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी? आने वाले जीवन के इन सभी सवालों के जवाब के लिए पेश है साल 2023 का वार्षिक राशिफल।
मेष: साल 2023 में मेष राशि वालों की गोचर कुंडली के लग्न भाव में राहु और चंद्र में रहेंगे। वहीं 17 जनवरी को शनि देव आपकी गोचर कुंडली के 11वें भाव में गोचर करेंगे और शश नाम का पंचमहापुरुष योग बनाएंगे। साथ ही 22 अप्रैल को गुरु ग्रह लग्न भाव में गोचर करेंगे, जहां गुरु ग्रह विराजमान हैं। इससे चांडाल योग बनेगा।
वित्तीय स्थिति
मेष राशि वाले वाहन और जमीन-जायदाद खरीद सकते हैं। वहीं शनि और बृहस्पति आपको भौतिक सुख दे सकते हैं। शनि देव लाभ स्थान में और गुरु ग्रह लग्न में रहेंगे।
कामकाज-कारोबार
शनि देव 17 जनवरी को गोचर करके लाभ स्थान में भ्रमण करेंगे। इससे व्यापारी पेशा वालों को अच्छा धनलाभ हो सकता है। आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। नौकरी परिवर्तन भी किया जा सकता है। नए कार्य के आगाज के लिए अप्रैल तक तक प्रतीक्षा करें, क्योंकि गुरु ग्रह 22 अप्रैल को लग्न भाव में आ जाएंगे।
विद्यार्थी-अभ्यर्थी
विद्यार्थियों मेंजो विदेश में पढ़ना चाहते हैं, उन्हें साल के शुरू में अवसर मिल सकता है। 22 अप्रैल के बाद जब गुरु लग्न में आएंगे तो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लोगों को सफलता मिल सकती है।
सेहत
मेष राशि वालों को साल 2023 सेहत के दृष्टिकोण से बेहतर साबित हो सकता है। हालांकि शुरू के चार महीने में खान-पान का ध्यान रखना होगा। बाहर का खाना खाने से बचें। 22 अप्रैल को गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन होगा। इसके बाद सेहत अच्छी रहेगी।
उपाय
आप लोगों को इस साल गुरु ग्रह की आराधना करना चाहिए। साथ ही गुरु ग्रह के मंत्र ॐ बृं बृहस्पतये नम: का जाप करना चाहिए। गुरुवार को पीले लड्डुओं और पीले वस्त्र का दान करें। रोज गले और माथे पर पिसी हुई हल्दी का तिलक लगाएं। साथ ही भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें।
वृष : गोचर कुंडली में 1 जनवरी 2023 में ग्रह की स्थिति देखी जाए तो लग्न में मंगल ग्रह विराजमान हैं। साथ ही अष्टम भाव में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य राजयोग बन रहा है। वहीं 17 जनवरी को शनि देव कर्म भाव में गोचर कर जाएंगे। अप्रैल में गुरु बृहस्पति 12 वें भाव में प्रवेश करेंगे।
वित्तीय स्थिति
यह वर्ष धन कमाने के लिए अच्छा है। इस साल जमीन-जायदाद खरीद सकते हैं। गुरु के प्रभाव से भौतिक सुखों की वृद्धि हो सकती है।
कामकाज-कारोबार
शनि के प्रभाव से व्यापार अच्छा चलेगा। लेकिन गुरु ग्रह 12वें भाव में गोचर कर रहे हैं। इसलिए इस वर्ष खर्चे ज्यादा हो सकते हैं।
करिअर और शिक्षा
विदेश में जाकर पढ़ने का अवसर मिल सकता है। साल के शुरू में उन लोगों को सफलता मिल सकती है, जो सरकारी नौकरी या किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
सेहत
गुरु ग्रह गोचर करके 12वें स्थान में जाएंगे और वह अष्टम भाव के कारक भी हैं। इसलिए मई महीने से थोड़ा सावधान रहना होगा। पेट से संबधित परेशानी हो सकती है।
उपाय
प्रतिदिन हनुमान चालीसा और हर मंगलवार सुंदरकांड का पाठ करें। प्रत्येक बुधवार नारियल को बहते जल में प्रवाहित करें। माथे और गले पर केसर का तिलक लगाएं।
मिथुन: साल 2023 में मिथुन राशि वालों क ो शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलने वाली है। 17 जनवरी को मकर राशि में गोचर करते ही मिथुन राशि के जातकों को ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी।
करिअर और शिक्षा
प्रतियोगी छात्रों के लिए साल अनुकूल हो सकता है। गोचर कुंडली में केंद्र में गुरु और बुध विराजमान हैं और लाभ स्थान में राहु ग्रह है। वहीं शिक्षा के भाव में केतु बैठे हैं। विदेश में पढ़ाई के योग बन रहे हैं। जनवरी, फरवरी और मार्च उपयुक्त हैं।
कामकाज-कारोबार
शनि देव की ढैय्या खत्म हो रही है। नया कार्य शुरू कर सकते हैं। 17 जनवरी के बाद नौकरी बदल सकते हैं। कारोबार शुरू कर सकते हैं।
वित्तीय स्थिति
लाभ स्थान में राहु विराजमान हैं। वहीं गुरु भी 22 अप्रैल के बाद लाभ स्थान में आ जाएंगे। इसलिए पुराने निवेश से लाभ होगा। साथ ही शनि देव भाग्य स्थान में आ जाएंगे, तो भाग्य की वृद्धि होगी।
सेहत
शनि की ढैय्या हटते ही रोग, ऋण और शत्रु से मुक्ति मिल जाएगी। इस साल स्वास्थ्य से संबंधित कोई बड़ी परेशानी नहीं हो सकती है। गोचर कुंडली में शनि देव आठवें भाव में रहेंगे। मंगल 12वें भाव में गोचर करेंगे। इसलिए वाहन सावधानी से चलाएं।
उपाय
हनुमान चालीसा का पाठ करें। मां दुर्गा की उपासना करें। शुक्रवार को दूध, दही और चावल का दान करें। नीलम धारण कर सकते हैं, जिससे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
कर्क : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखी जाएं, तो चतुर्थ भाव में केतु विराजमान हैं। साथ ही छठे भाव में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग बन रहा है। वहीं सप्तम भाव में शनि और शुक्र की युति बन रही है। साथ ही नवम भाव में गुरु और दशम भाव में चंद्रमा और राहु से ग्रहण दोष का निर्माण हो रहा है।
कामकाज-कारोबार
कामकाज-कारोबार के लिहाज से साल अच्छा साबित हो सकता है, क्योंकि गोचर कुंडली में गुरु और राहु की स्थिति मजबूत है। वहीं शनि जब 17 जनवरी के बाद शनि अष्टम भाव में आ जाएंगे, जिससे शनि देव की नीच दृष्टि तीसरे भाव पर पड़ेगी। इसलिए कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों से वाद-विवाद से बचें।
करिअर और शिक्षा
कर्क राशि वालों पर ढैय्या शुरू हो रही है, जिससे स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं। मतलब इस साल पढ़ाई के लिए बाहर जा सकते हैं। विदेश जाकर आप नौकरी कर सकते हैं।
वित्तीय स्थिति
इस साल धनलाभ के योग बन रहे हैं। फिर भी शेयर बाजार, सट्टा और लाटरी में धन निवेश करने से बचें, अन्यथा नुकसान हो सकता है। वहीं जनवरी से जून के बीच वाहन और घर खरीदने के योग बन रहे हैं।
सेहत
जनवरी-फरवरी में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। पेट, अस्थमा, कफ और अपच की समस्या हो सकती है। वहीं शनि की ढैय्या शुरू हो रही है। जून, अक्तूूबर और दिसंबर में स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
वैवाहिक जीवन
गोचर कुंडली में सप्तमेष अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे। प्रेम-संबंध अच्छे रहेंगे। विवाह के योग बनते हुए नजर आ रहे हैं।
उपाय
शनि देव की उपासना करनी चाहिए। मंगलवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। सोमवार को बहते जल में चांदी का सिक्का प्रवाहित करें।
यह उपाय केवल एक बार करना हैं। हर बुधवार गणेश जी की पूजा करें। चीटियों को आटा डालें।
सिंह : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो तीसरे भाव में केतु ग्रह स्थित रहेंगे। वहीं पंचम भाव में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य राजयोग बन रहा है। साथ ही छठे भाव में शनि और शुक्र की युति बन रही है। वहीं आठवें भाव में गुरु रहेंगे। 17 जनवरी को शनि देव आपके छठे भाव से सप्तम भाव में गोचर कर जाएंगे। साथ ही 22 अप्रैल को गुरु ग्रह भाग्य स्थान में आ जाएंगे। जिससे राजयोग का निर्माण होगा।
कामकाज- कारोबार
17 जनवरी के बाद नया काम शुरू कर सकते हैं और नौकरी बदल सकते हैं। अप्रैल से भाग्य का साथ मिलेगा। कारोबार का विस्तार कर सकते हैं। नई नौकरी के प्रस्ताव आ सकते हैं। वहीं शेयर, सट्टा और लॉटरी में आपको अच्छा धनलाभ हो सकता है।
वित्तीय स्थिति
आर्थिक स्थिति गुरु ग्रह के गोचर के बाद अच्छी होती जाएगी। 22 अप्रैल को गुरु ग्रह भाग्य स्थान में गोचर कर जाएंगे। धनलाभ के साथ धन संचय के भी योग बन रहे हैं। अप्रैल के बाद वाहन और प्रापर्टी भी खरीद सकते हैं।
सेहत
सिंह राशि वालों को सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। क्योंकि गुरु अष्टम भाव में रहेंगे और राहु-चंद्र की युति बन रही है। इसलिए 1 जनवरी से लेकर 15 मार्च तक सिंह राशि के जातक अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें। गले और फेफड़ों से संबंधित रोग हो सकते हैं।
करिअर और शिक्षा
गुरु अष्टम भाव में चल रहे हैं। इसलिए जो लोग विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए अभी निराशा हाथ लग सकती है। मार्च के बाद स्थितियां पक्ष में रहेंगी।
वैवाहिक जीवन
शनि देव 17 जनवरी को जैसे ही सप्तम स्थान में प्रवेश करेंगे, विवाह के योग बनेंगे। साथ ही वैवाहिक जीवन में जो गलतफहमियां चल रही थी, वे भी खत्म होंगी। 22 अप्रैल को गुरु बृहस्पति नवम भाव में आ जाएंगे। जहां से वो पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे। जिससे विवाह के योग बनेंगे।
उपाय
भगवान शिव की उपासना करें। शिवलिंग पर धतूरा और बेलपत्र अर्पित करें। सूर्य देव को अर्घ्य दें। पुखराज रत्न धारण करें।
कन्या : कन्या राशि की 1 जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो गोचर कुंडली के दूसरे भाव में केतु ग्रह स्थित हैं और चतुर्थ भाव में सूर्य- बुध की युति से बुधादित्य राजयोग बन रहा है। पंचम भाव में शनि और शुक्र की युति है। साथ ही सप्तम भाव में गुरु ग्रह विराजमान हैं और अष्टम भाव में चंद्रमा और राहु ग्रह स्थित रहेंगे। वहीं मंगल ग्रह नवम भाव में रहेंगे। साथ ही 17 जनवरी को शनि ग्रह आपके चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे।
कामकाज-कारोबार
अप्रैल तक आपका कामकाज-कारोबार अच्छा चलेगा। नौकरी भी बदल सकते है। जून, जुलाई, नबंवर और दिसंबर का महीना शुभ हो सकता है।
वित्तीय स्थिति
आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। मई के बाद खर्च ज्यादा हो सकता है। घर के किसी बुजुर्ग की सेहत पर पैसा खर्च हो सकता है। खुद की सेहत पर भी पैसा खर्च हो सकता है। शनि देव के प्रभाव से पैसा आता रहेगा।
सेहत
गोचर कुंडली के अष्टम भाव में राहु ग्रह विराजमान हैं और साल की शुरूआत में ही ग्रहण दोष लग रहा है। 22 अप्रैल को गुरु ग्रह गोचर करते राहु के साथ चंडाल योग का निर्माण कर रहे हैं। बुखार, पेट संबधी और आंतों जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए खानपान का ध्यान रखें।
करिअर और शिक्षा
गोचर कुंडली में गुरु और शनि की स्थिति बेहद शुभ है। जनवरी से लेकर अप्रैल तक का समय बहुत अच्छा है। विदेश में पढ़ाई कर सकते हैं। विदेश के किसी अच्छे कालेज में प्रवेश के योग बन रहे हैं। पेशेवर परीक्षा देने वालों के अच्छी खबर मिल सकती है। बस पूरा ध्यान परीक्षा पर लगाने की आवश्यकता है।
उपाय
प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। चने की दाल गुरुवार को दान करें। किसी ब्राह्मण को 5 गुरुवार भोजन कराएं। ऐसा करने से आपको आर्थिक लाभ हो सकता है।
तुला : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो गोचर कुंडली के लग्न भाव में केतु ग्रह स्थित हैं और तीसरे भाव में बुधादित्य राजयोग बन रहा है। वहीं चतुर्थ भाव में शनि और शुक्र ग्रह का योग बन रहा है। 17 जनवरी को शनि देव के गोचर करते ही शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। 22 अप्रैल को गुरु ग्रह छठे भाव से निकलकर सप्तम भाव में भ्रमण करेंगे।
कामकाज-कारोबार
जनवरी में नया काम शुरू नहीं करें। उसके बाद शानदार शुरूआत मिलेगी।जिन लोगों की उम्र 30 साल से ऊपर है, उन को नौकरी और कारोबार में अच्छी सफलता मिलेगी। कपड़े, होटल, आयात, निर्मात, खिलौने का काम करने वालों के लिए साल अच्छा होगा।
वित्तीय स्थिति
15 मार्च के बाद धनलाभ की स्थिति बन रही है। 16 अक्तूबर से 15 नबंवर तक सावधानी बरतनी ह७ोगी। नया निवेश नहीं करें, अन्यथा नुकसान हो सकता है। 15 अप्रैल के बाद योग बन रहे हैं।
सेहत
17 जनवरी को शनि देव राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। इससे ढैय्या से मुक्ति मिलेगी, क्योंकि शनि देव की दृष्टि गोचर कुंडली के छठे भाव में पड़ रही है। शनि देव के गोचर करते ही सेहत में सुधार ह७ोगा। गुरु 22 अप्रैल तक छठे भाव में रहने से पेट से संबंधित परेशानी हो सकती है।
करिअर और शिक्षा
शनि देव पंचम भाव में रहेंगे और गुरु अप्रैल में केंद्र भाव में आ जाएंगे। इसलिए मेडिकल, इंजीनियरिंग, होटल प्रबंधन और संचार का कोर्स करने वालों के लिए साल अच्छा रहेगा। नई नौकरी लग सकती है। विदेश में पाठ्यक्रम का मौका मिलेगा।
उपाय
हर मंगलवार को बजरंगबाण का पाठ करें। भोलेनाथ की उपासना करें। शिव चालीसा पढ़ें और शिवलिंग पर शहद और कच्चा दूध चढ़ाएं। ऐसा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिल सकती है।
वृश्चिक : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो गोचर कुंडली के दूसरे भाव में बुध और सूर्य की युति है। तीसरे भाव में शनि और शुक्र स्थित हैं। पंचम भाव में गुरु बृहस्पति और छठे भाव में चंद्रमा राहु हैं। साथ ही सप्तम भाव में मंगल और 12वें स्थान में केतु ग्रह स्थित रहेंगे। वहीं जनवरी में शनि देव गोचर करके चतुर्थ भाव में आ जाएंगे। साथ ही गुरु ग्रह अप्रैल में पंचम भाव से छठे स्थान में आ रहे हैं।
कामकाज-कारोबार
फरवरी से मई के दौरान नौकरी में बदलाव या नया व्यापार शुरू कर सकते हैं। अक्तूबर से दिसंबर तक बदलाव कर सकते हैं। इस साल नौकरी और व्यापार में तरक्की मध्यम ही रहेगी। कार्यस्थल पर कुछ परेशानी हो सकती है, क्योंकि शनि देव की दृष्टि आपके कर्म स्थान पर पड़ रही है।
सेहत
शनि ढैय्या 17 जनवरी से है। शनि की तीसरी दृष्टि छठे मतलब रोग स्थान पर पड़ रही है, इसलिए रोग बढ़ सकता है। राहु भी छठे स्थान में विराजमान है। इसलिए जनवरी, मार्च, जुलाई और अक्तूबर के महीने में सेहत का विशेष ध्यान रखें।
करिअर और शिक्षा
गुरु ग्रह अप्रैल तक पंचम भाव में विराजमान हैं। इसलिए विदेश में पढ़ने और नौकरी की चाह रखने वालों को बड़ी सफलता मिल सकती है। अप्रैल के बाद सितंबर तक शिक्षा में थोड़ी बाधाएं आ सकती है, क्योंकि गुरु ग्रह छठे भाव में गोचर कर जाएंगे। 15 सितंबर के बाद फिर विदेश में पढ़ने के योग बनेंगे।
वित्तीय स्थिति
शनि देव की कृपा से मार्च से जुलाई के बीच वाहन और प्रापर्टी खरीद सकते हैं। 15 अक्तूबर से 15 दिसंबर के बीच में कोई घर या वाहन की बुकिंग कर सकते हैं।
उपाय
शनि देव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। जन्मदिन पर नवग्रहों की शांति कराएं। शनि देव को काले चने और पांच बदाम चढ़ाएं। बुधवार को सूखा नारियल और बादाम प्रवाहित करने चाहिए।
धनु : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो गोचर कुंडली के लग्न भाव में सूर्य-बुध का बुधादित्य राजयोग बन रहा है। दूसरे भाव में शनि और शुक्र स्थित हैं। चतुर्थ भाव में गुरु ग्रह हैं और पंचम भाव में राहु और चंद्रमा की युति बन रही है। छठे भाव में मंगल और 11वें भाव में केतु ग्रह हैं। वहीं साल की शुरूआत में शनि देव आपकी गोचर कुंडली के तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे व आपको साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी।
वित्तीय स्थिति
साढ़े साती हटने के बाद ढाई साल बहुत अच्छे गुजरेंगे। इसलिए भाग्य का भी साथ मिलेगा। प्रापर्टी या वाहन खरीद सकते हैं।
करिअर और शिक्षा
मार्च के बाद से उच्च शिक्षा के योग बन रहे हैं। इस साल नई नौकरी मिल सकती है।
सेहत
शनि की साढ़े साती जनवरी में समाप्त हो जाएगी। इसलिए सेहत लगभग अच्छी ही रहेगी। पुरानी बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
कामकाज-कारोबार
जो लोग शिक्षा, धर्म-कर्म, परामर्श के काम से जुड़े हुए हैं तो उनको मार्च से बाद बड़ी सफलता मिल सकती है।
उपाय
भगवान शिव की आराधना करें। बुधवार के दिन नारियल और नीला कपड़ा प्रवाहित करें।
मकर : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो गोचर कुंडली के लग्न भाव में शनि और शुक्र देव विराजमान हैं। साथ ही तीसरे भाव में गुरु ग्रह विराजमान हैं और चतुर्थ भाव में चंद्रमा और राहु की युति है। पंचम भाव में मंगल ग्रह विराजमान हैं। वहीं दशम भाव केतु और 12 भाव में सूर्य और बुध का बुधादित्य योग बन रहा है। 17 जनवरी को साढ़ेसाती दूसरी अवधि समाप्त हो जाएगी। शनि देव जनवरी में दूसरे भाव में गोचर करेंगे।
करिअर और शिक्षा
गुरु तीसरे भाव में विराजमान हैं। इसलिए शिक्षा-परीक्षा में अच्छी सफलता मिल सकती है। विदेश में पढ़ सकते हैं।
कामकाज-कारोबार
जनवरी के बाद से कभी भी व्यापार का विस्तार हो सकता है। बेरोजगारों को जनवरी के बाद नौकरी मिलने के योग बनेंगे।
सेहत
फरवरी शुरू होते ही पुरानी बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। राहु गोचर कुंडली के चतुर्थ भाव में विराजमान हैं। इसलिए छोटे-मोटी बीमारियां घेर सकती हैं।
उपाय
शनि देव की आराधना करें। काले तिल और काली दाल का दान करें।
बुधवार को पांच बादाम, काला कपड़ा और नारियल को नदी में प्रवाहित करें।
कुंभ : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो गोचर कुंडली के दूसरे भाव में गुरु और तीसरे स्थान में चंद्रमा और राहु विराजमान हैं। चतुर्थ में मंगल ग्रह स्थित हैं। साथ ही 11वें भाव में सूर्य और बुध स्थित हैं। 12वें भाव में शनि और शुक्र स्थित हैं। नवम भाव में केतु ग्रह विराजमान हैं। 17 जनवरी को लग्न भाव में शनि देव गोचर करेंगे। जिससे साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा।
करिअर और शिक्षा
विद्यार्थी विदेश में जाकर पढ़ाई कर सकते हैं। शनि पर राहु ग्रह की दृष्टि होने से छात्रों का ध्यान भटक सकता है। पढ़ाई पर असर पड़ सकता है।
कामकाज-कारोबार
नौकरी और व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। साल के मध्य में नौकरीपेशा लोगों को नई नौकरी के प्रस्ताव आ सकते हैं।
सेहत
शनि देव राशि में ही गोचर करेंगे। इसलिए आलस्य में वृद्धि हो सकती है।शनि देव लग्न भाव में होने से जल्दी-जल्दी बदन दर्द, कमर दर्द हो सकते हैं। कोई पुरानी बीमारी भी उभर सकती है।
उपाय
हर शनिवार शनि चालीसा का पाठ करें। हनुमान चालीसा का भी पाठ करें। मंगलवार को चोला चढ़ाएं।
मीन : एक जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखें तो गोचर कुंडली के लग्न भाव में गुरु बृहस्पति विराजमान रहेंगे। दूसरे भाव में राहु और चंद्रमा की युति रहेगी। साथ ही तीसरे भाव में मंगल और अष्टम भाव में केतु स्थित रहेंगे। वहीं दशम भाव में बुध और सूर्य का बुधादित्य योग बन रहा है। साथ ही 11वें भाव में शनि और शुक्र ग्रह भ्रमण कर रहे हैं। 17 जनवरी को शनि देव गोचर करके लाभ स्थान से 12वें भाव में गोचर करेंगे। जिससे शनि की साढ़े साती का प्रभाव शुरू हो जाएगा।
कामकाज-कारोबार
शनि की साढ़ेसाती का आपका नकारात्मक प्रभाव नौकरी और व्यापार पर पड़ता नहीं दिख रहा है। अप्रैल के बाद से धनलाभ अच्छा होगा। नौकरीपेशा लोगों को कोई शुभ सूचना मिल सकती है। नए काम के लिए 22 अप्रैल से पहले अच्छे संकेत हैं।
सेहत
गोचर कुंडली में वर्ष के अंत तक ग्रह-नक्षत्रों का चाल अच्छी रहेगी। साथ ही जनवरी का महीना लाभकारी हो सकता है। लेकिन आपको 15 फरवरी से 14 मार्च तक सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए। वहीं 15 दिसंबर से साल के अंत तक सावधान रहें।
उपाय
पुखराज रत्न धारण कर सकते हैं। बुधवार के दिन नारियल नीले कपड़े साथ बहते हुए जल में प्रवाहित करें।