दिवाली के बस कुछ ही दिन बचे हैं और दिवाली के लिए पटाखे बिकना भी शुरू हो चुके हैं, कई बच्चों ने पटाखे फोड़ने भी शुरू कर दिए हैं। आजकल बाजार में कई तरह की आतिशबाजी करने वाले और फैंसी पटाखे भी बिक रहे हैं। वहीं कुछ लोग प्रदूषण की वजह से पटाखे फोड़ने से मना करते हैं। ये तो आप सब जानते हैं कि पटाखों से प्रदूषण होता है और वातावरण को नुकसान होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं बाजार में बिक रहे इन सैंकड़ों तरह के पटाखों में सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाला पटाखा कौनसा है? नहीं ना आज हम आपको बताते हैं कि कौनसा पटाखा सबसे ज्यादा नुकसान करता है।

बताया गया है कि यह पटाखा पीएम 2.5 की मात्रा में प्रदूषण फैलाता है। रिसर्च में सामने आया है कि यह सांप की गोली 12 सेकंड तक जलती है लेकिन ये 64500 एमसीजी/एम3 उत्पन्न करती है। इसके धुएं में पार्टिकुलेट मैटर 2.5 माइक्रांस वाले व्यास से भी छोटे होते हैं। इसलिए ये फेफड़े के अंदरूनी हिस्से में प्रवेश कर जाते हैं। इससे हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। सांप की इस टिकिया के बाद पटाखों की लड़ी, रंगीन फुलझड़ी, चकरी और अनार सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं।

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सीआरएफ के डायरेक्टर संदीप साल्वी ने कहा कि ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि पटाखों में प्रदूषण के लेवल को लेकर तुलना की गई है। इसी साल सितंबर में यूरोपियन रेपिरेट्ररी सोसायटी में इन डेटा को प्रस्तुत किया गया है। सल्वी ने ये भी कहा कि उनका लक्ष्य ये पता लगाना था कि कौनसा पटाखा सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण फैलाता है और पिछले साल नवंबर-दिसंबर में ये प्रयोग किए गए थे। पटाखों से फैल रहे प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए हमारी कोशिश यही होनी चाहिए कि दीपावली पर पटाखों से दूर रहें। ऐसा संभव नहीं हो सके तो कम से कम तेज आवाज और कम प्रदूषण वाले पटाखे फोड़ने चाहिए।

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