हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह(डायबिटीज) दिवस मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर में मधुमेह के प्रति जागरुकता फैलाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। आज के समय में लोगों की खान-पान की गलत आदतों, धूम्रपान की लत और अस्वस्थ्य जीवन शैली की वजह से मधुमेह की समस्या गंभीर होती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि मधुमेह एशिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभरा है। एशियाई सबसे अधिक मात्रा में मधुमेह का शिकार हो रहे हैं। साथ ही भारत में भी यह संख्या गंभीर है।

मधुमेह के कारण: मधुमेह होने का कोई एक कारण नहीं है। बल्कि इसके लिए कुछ खास आदतें जिम्मेदार हैं। ये इस प्रकार से हैं।

जीवन शैली: वर्तमान में लोगों की जीवन शैली में काफी बदलाव आया है। अधिकतर लोगों का खाने, पीने, सोने और अन्य कार्यों का समय ही निर्धारित नहीं है। लोग अत्यधिक मात्रा में जंक फूड का सेवन कर रहे हैं जिससे मधुमेह को बढ़ावा मिलता है।

मोटापा: मधुमेह के लिए मोटापे को भी जिम्मेदार माना गया है। मोटे लोगों में मधुमेह की शिकायत अधिक पाई गई है। वर्तमान में लोगों की शारीरिक सक्रियता में कमी आई है।

जीन: कुछ विशेष जीनों से मधुमेह को बढ़ावा मिलता है। जिन लोगों के परिवार में किसी को मधुमेह रहा हो, उन्हें इसका शिकार बनने की संभावना ज्यादा होती है।

मधुमेह से बचाव: मधुमेह से बचाव के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया जा सकता है।

व्यायाम: मधुमेह से बचने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना जरूरी है। जानकारों का कहना है कि हर किसी को प्रतिदिन 30-45 मिनट व्यायाम जरूर करना चाहिए।

आहार: भोजन में संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है। हर किसी को अपने भोजन में फल, सब्जियों और अनाज को शामिल करना चाहिए।

वजन: अत्यधिक वजन कई रोगों को बुलावा देता है। इसलिए वजन को नियंत्रित रखने की सलाह दी जाती है। वजन को नियंत्रित रखकर मधुमेह को रोका जा सकता है।

नींद: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना अनिवार्य है। पर्याप्त नींद व्यक्ति को मधुमेह से भी बचाती है।

तनाव: तनाव को प्रत्येक समस्या की जड़ कहा जाता है। तनाव से दूर रहकर कई बीमारियों को रोका जा सकता है।