स्किन पर सफेद दाग न सिर्फ समाज में अछूत समझे जाते हैं बल्कि ये देखने में भी खराब लगते हैं। सफेद दाग (vitiligo) जिसे लोग ल्यूकोडर्मा भी कहते हैं। ये परेशानी एक ऑटो इम्यून डिसऑर्डर है जिसमें स्किन में ही कुछ बनने लगता है जो स्किन की पिगमेंट कोशिकाओं को नष्ट करने लगता है। ये स्किन पिगमेंट कोशिकाएं ही स्किन में कलर बनाती है जो खत्म होने लगती है। इनके खत्म होने से ही स्किन पर सफेद पैच बनने लगते हैं। स्किन के इन हिस्सों पर जब रंग नहीं बन पाता तो वो सफेद निशान के रूप में दिखने लगते है।
मेदांता हॉस्पिटल गुरुग्राम में सीनियर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर रमनजीत सिंह ने इस बीमारी के लिए कई कारणों को जिम्मेदार ठहराया है। हेयर डाई का लम्बे समय तक इस्तेमाल करना,सधूप में ज्यादा रहना, तनाव, जेनेटिक फैक्टर बेहद जिम्मेदार है। कुछ विटामिन की कमी जैसे विटामिन B12, फोलिक एसिड, और Copper की कमी भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है। ये दाग आमतौर पर शरीर के किसी भी हिस्से में जैसे चेहरे, हाथ, पैर, या बॉडी में कहीं भी हो सकते हैं।
कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि नाइटशेड परिवार की सब्जियां जैसे टमाटर, मिर्च और बैंगन का ज्यादा सेवन करने से विटिलिगो की परेशानी बढ़ती है। गर्भावस्था या अन्य हार्मोनल बदलाव भी विटिलिगो की शुरुआत का कारण बन सकते हैं। अगर इस परेशानी में डाइट का ध्यान नहीं रखा जाए तो समस्या बढ़ सकती है। अगर आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं या फिर इससे निजात पाना चाहते हैं तो आप डाइट में कुछ खास फूड्स से परहेज करें और कुछ इस डाइट चार्ट को अपनाएं। आइए जानते हैं कि सफेद दाग का इलाज करने के लिए कैसी डाइट होनी चाहिए।
Meal | Foods to Include | Benefits |
नाश्ता | साबुत अनाज (whole grain cereal) और बादाम का दूध या कम वसा वाला डेयरी उत्पाद | फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन मिलेंगे। |
ताजे फल (पपीता, अनार, संतरा) | विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं। | |
मेवे (अखरोट, बादाम) | विटामिन E और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर | |
ग्रीन टी या हर्बल टी का सेवन | एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर | |
Mid-Morning Snack | ताजे फल का सलाद (सेब, कीवी, बेरीज़) | विटामिन और फाइबर से भरपूर |
चिया बीज या फ्लैक्ससीड्स को दही या स्मूदी में मिलाकर खाएं | ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और फाइबर का स्रोत | |
Lunch | हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, केल, सलाद) | फोलेट, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर |
साबुत अनाज (ब्राउन राइस, क्विनोआ, साबुत गेहूं की रोटी) | फाइबर और आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है | |
लीन प्रोटीन (ग्रिल्ड चिकन, टोफू, दाल, बीन्स) | मांसपेशियों की वृद्धि और त्वचा की मरम्मत के लिए सहायक | |
गाजर और खीरे का सलाद | विटामिन A और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर | |
जैतून का तेल या फ्लैक्ससीड तेल (ड्रेसिंग के रूप में) | हेल्दी फैट का स्रोत | |
Afternoon Snack दोपहर के बाद का नाश्ता | कद्दू के बीज | जिंक का स्रोत, इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करता है |
स्मूदी (पालक, केला, बेरीज़ और चिया सीड्स के साथ) | एंटीऑक्सिडेंट्स और सूजन कम करने वाला | |
Dinner रात का भोजन | ग्रिल्ड मछली (सैल्मन, मैकेरल) या प्लांट-बेस्ड प्रोटीन (दाल, चने) | ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और प्रोटीन से भरपूर |
– रोस्टेड सब्जियां (गाजर, ब्रोकोली, बेल पेपर, शकरकंद) | विटामिन और खनिजों से भरपूर | |
क्विनोआ या ब्राउन राइस | स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट्स और फाइबर का स्रोत | |
एवोकाडो | विटामिन E और स्वस्थ वसा का स्रोत | |
Before Bed सोने से पहले | गर्म हल्दी दूध | सूजन कम करने में मददगार, इम्यूनिटी को बढ़ाता है |
इन फूड्स से करें परहेज
अगर आप इस बीमारी से बचाव करना चाहते हैं तो प्रोसेस फूड, चीनी और डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करने से बचें।
नाइटशेड सब्जियां जैसे टमाटर, मिर्च और बैंगन जैसी सब्जियों से परहेज करें। ये सब्जियां विटिलिगो को बढ़ा सकती हैं