कई बीमारियों से बचने का सवाल हो या दिन में तनाव कम करने की बात हो , इसके लिए अच्छी तरह से पेट साफ होना जरुरी है। अच्छे से पेट साफ ना होने से ना सिर्फ तबियत खराब होती है, बल्कि शरीर में तनाव भी बना रहता है। पेट साफ करने में टॉयलेट सीट भी काफी योगदान देती है और यह आपकी सेहत पर भी असर डालती है। जी हां वेस्टर्न सीट या इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल भी आपकी तबियत पर प्रभाव डालता है। लेकिन लोगों का सवाल होता है कि आखिर वेस्टर्न टॉयलेट सेहत के लिए ज्यादा ठीक होता है या इंडियन टॉयलेट। कई रिसर्च और कई शोध में पता चला है कि बेशक वेस्टर्न टॉयलेट देखने में सुंदर और आरामदायक है लेकिन इसके कई सारे नुकसान भी हैं। वहीं सेहत के हिसाब से इंडियन टॉयलेट आपके शरीर के लिए फायदेमंद है। आइए जानते हैं इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करने के क्या क्या फायदे हैं।
एक्सरसाइज- जो लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज नहीं कर पाते हैं, वो लोग इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना शुरु कर दें। इंडियन टॉयलेट में आप उठते-बैठते हैं और हाथों का इस्तेमाल करते हैं। इसके इस्तेमाल से आपका ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है। इसके अलावा आपके हाथ-पैरों और मांसपेशियों में होने वाले दर्द से छुटकारा मिलेगा। जबकि वेस्टर्न टॉयलेट में आप आराम की मुद्रा में बैठते हैं जिससे आप ज्यादा मुवमेंट नहीं कर पाते।
पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद- जब आप इंडियन टॉयलेट में बैठते हैं तो आपके पूरे पाचन तंत्र पर दबाव बनता है जिससे आपका पेट अच्छे से साफ होता है। दूसरी ओर वेस्टर्न टॉयलेट में आप आराम से तो बैठ जाते हैं और दबाब कम बनता है और पेट साफ नहीं हो पाता है और कई बार डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
पानी की बचत- वेस्टर्न टॉयलेट में ज्यादा पानी का यूज होता है, बावजूद उसके गुदा की सही से सफाई नहीं हो पाती। इसके लिए आपको टॉयलेट पेपर की जरूरत पड़ती है। दूसरी तरफ इंडियन टॉयलेट में सफाई के लिए कम पानी का इस्तेमाल होता है और सफाई भी बेहतर हो जाती है।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद- प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। लगातार इसका इस्तेमाल करने से यह नैचुरल डिलिवरी में सहायक होता है।

