कंप्यूटर और लैपटॉप आधुनिक समय में लोगों की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा हैं। इनके बिना अब शायद जिंदगी की कल्पना नहीं की जा सकती। नेट सर्फिंग, ईमेल करने, सोशल मीडिया के इस्तेमाल के लिए और वीडियो गेम्स खेलने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। लगातार इनके सामने आंखे गड़ाकर बैठे रहने से तमाम तरह की परेशानियों से भी सामना होता है। ऑफिस में दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने वालों में अक्सर आंखों संबंधी समस्या या फिर सिरदर्द की समस्या देखी जाती है।
जब भी हम कंप्यूटर स्क्रीन पर लगातार देख रहे होते हैं ऐसे में हमारा दिमाग स्क्रीन के दृश्यों को देखने के लिए आंखों के मसल्स को लगातार एडजस्ट करता रहता है। उसके इस संघर्ष और मेहनत की वजह से कभी-कभी सिर में दर्द की समस्या उभरती है। इसके अलावा जो लोग कुर्सी पर बैठकर कंप्यूटर पर काम करते हैं उनके बैठने की दशा भी सिरदर्द का कारण हो सकती है। अगर आपके बैठने की पोजिशन ठीक नहीं है तो इससे आपकी गर्दन के पीछे दर्द शुरू हो सकता है। गर्दन का यही दर्द बाद में सिर दर्द का भी कारण बनता है। कम्प्यूटर से निकलने वाली विद्युत-चुंबकीय तरंगें भी सरदर्द का प्रमुख कारण होती हैं।
इन परेशानियों से बचने के लिए आपको थोड़ी-बहुत सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए। इससे आप काफी हद तक इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। कंप्यूटर की वजह से सरदर्द से बचने के लिए अपने कंप्यूटर स्क्रीन की ब्राइटनेस को इस तरह एडजस्ट कीजिए कि वह आपकी आंखों के लिए थोड़ा भी असुविधाजनक न हो। टेक्स्ट की साइज बढ़ा देने से आपकी आंखों को उन्हें पढ़ने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे भी सिरदर्द की संभावनाओं को कम किया जा सकता है।कंप्यूटर की स्क्रीन को लगातार देखने से थोड़ा परहेज करना चाहिए। इसके लिए 20-20-20 फॉर्मूला बेहतर हो सकता है। इस फॉर्मूले के मुताबिक कंप्यूटर पर काम करते हुए हर 20 मिनट पर 20 सेकंड के लिए किसी भी दिशा में 20 फीट की दूरी तक देखिए। मतलब कि हर 20 मिनट बाद कंप्यूटर स्क्रीन से आंखें हटाकर कहीं और देखिए।