कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना मौजूदा दौर में गंभीर समस्या बनती जा रही है। खराब डाइट, बिगड़ते लाइफस्टाइल और तनाव की वजह से पनपने वाली इस बीमारी पर अगर समय रहते कंट्रोल नहीं किया जाए तो ये दिल के लिए खतरा बन जाती है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक कम घनत्व वाला लिपोप्रोटीन जिसे LDL या खराब कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। ये कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में बहुत अधिक वसायुक्त जमाव का निर्माण करता है जिसे प्लाक कहा जाता है। ये प्लाक दिल के दौरे या स्ट्रोक का कारण बन सकता हैं। दूसरा उच्च घनत्व वाला लिपोप्रोटीन (HDL) या गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल का कंट्रोल होना और गुड कोलेस्ट्रॉल का ज्यादा होना जरूरी है।

बढ़ती उम्र के साथ कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है। बच्चों में हाई कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना कम होती है। डॉक्टर बच्चों को 18 साल की उम्र से पहले दो बार कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाने की सलाह देते हैं। आमतौर पर, पुरुषों में जीवन भर महिलाओं की तुलना में अधिक कोलेस्ट्रॉल होता है। पुरुषों का कोलेस्ट्रॉल स्तर उम्र के साथ बढ़ता है, जबकि महिलाओं में मोनोपॉज के बाद कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है।

बॉडी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण

हेल्थलाइन के मुताबिक बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कई कारणों से ज्यादा होता है। अनहेल्दी डाइट जैसे फास्ट फूड, तला-भुना खाना और संतृप्त व ट्रांस फैट वाले फूड्स का सेवन, बहुत अधिक रेड मीट और फुल-फैट डेयरी उत्पादों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। नियमित रूप से व्यायाम न करने से अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) कम हो जाता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ता है। मोटापा,म्रपान और शराब,आनुवंशिक कारण,तनाव, कुछ बीमारियों की वजह से भी तेजी से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है।

कोलेस्ट्रॉल का पता लगाने के लिए उसकी समय समय पर जांच कराना जरूरी है। डॉक्टर 9 साल की उम्र के बाद बच्चे की कोलेस्ट्रॉल की जांच कराने की सलाह देते हैं। हर पांच साल बाद ये जांच दोबारा कराना भी जरूरी है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान रखना भी जरूरी है।

कोलेस्ट्रॉल को कैसे कंट्रोल करें

  • कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं और दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आप डाइट में फाइबर युक्त भोजन लें। डाइट में साबुत अनाज और हेल्दी फैट का सेवन करें। संतृप्त और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचें।
  • बॉडी को एक्टिव रखें। हर हफ्ते में कम से कम 150 मिनट तक मध्यम से जोरदार शारीरिक गतिविधि में शामिल रहें।
  • वजन को कंट्रोल करें।
  • धूम्रपान छोड़ें। स्मोकिंग करने से गुड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
  • तनाव को कंट्रोल करें।

18 साल की उम्र में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कितना होना चाहिए ये जानना बेहद जरूरी है।

8 से 60 साल की उम्र तक कोलेस्ट्रॉल का सामान्य स्तर (mg/dL में)

कोलेस्ट्रॉल प्रकारआदर्श स्तर (18–60 वर्ष की उम्र में)खतरे का स्तर
कुल कोलेस्ट्रॉल (Total Cholesterol)125 – 200 mg/dL 200 mg/dL (उच्च)
LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल)100 mg/dL130–159 = हाई रेंज
160 = हाई
HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल)पुरुषों के लिए 40 mg/dL
महिलाओं के लिए 50 mg/dL
40 mg/dL (लो)
Triglycerides 150 mg/dL150–199 = हाई रेंज
200 = हाई

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