शरीर में यूरिक एसिड का हाई होना एक खतरनाक स्थिति है। यूरिक एसिड हाई होने से सबसे ज्यादा परेशानी जोड़ों के दर्द की होती है। अगर शुरुआती दौर में बढ़ते यूरिक एसिड को कंट्रोल नहीं किया जाए तो ये टॉक्सिन गठिया का कारण बनते है। हाई यूरिक एसिड के कारण ऑस्टियोपोरोसिस की परेशानी भी होती है। हाई यूरिक एसिड की वजह से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है, जो हानिकारक और जहरीले अपशिष्ट पदार्थों को बॉडी से बाहर निकालती है।
बॉडी के इस जरूरी अंग का काम बॉडी में पानी, तरल पदार्थ, खनिज और रसायनों यानी इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे सोडियम, पोटेशियम आदि का संतुलन बनाए रखना है। हेल्दी किडनी हीं बॉडी को हेल्दी रखती है। किडनी खून से टॉक्सिन को बाहर निकालती हैं। यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो प्यूरीन से भरपूर फूड्स का सेवन करने से तेजी से बढ़ते हैं और किडनी इन्हें फिल्टर करके यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर निकालती है।
यूरिक एसिड का स्तर महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग होता है। पुरुषों के लिए 3.4 से 7.0 mg/dL है और महिलाओं के लिए 2.4 से 6.0 mg/dL तक हो सकता है, लेकिन जब यूरिक एसिड का लेवल 7mg/DL के पार कर जाता है तो ये किडनी के लिए परेशानी पैदा कर सकता है। यूरिक एसिड का लगातार 7 mg/dL से अधिक होना हाई यूरिक एसिड लेवल माना जाता है। यूरिक एसिड का लेवन तब खतरनाक होता है जब ये जोड़ों में रुकने लगता है और यूरिन के जरिए बाहर नहीं निकल पाता है ऐसे में किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और किडनी की कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती है।
आप भी जोड़ों के दगर्मी में यूरिक एसिड बढ़ने से पैरों की उंगलियों और तलवों में दर्द से परेशान हैं तो इन 3 रसीले फलों को खाएं, किडनी तेजी से फ्लश आउट करेगी टॉक्सिनर्द से परेशान हैं और लगातार यूरिक एसिड का स्तर हाई हो रहा है तो आप कुछ खास टिप्स को अपनाएं। आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर भूषण के मुताबिक अगर यूरिक एसिड के मरीज कुछ खास टिप्स को अपनाएं तो आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन से टिप्स बेहद असरदार साबित होते हैं।
अजवाइन का पानी पिएं यूरिक एसिड नॉर्मल होगा:
अजवाइन यूरिक एसिड का दुश्मन है। अजवाइन का इस्तेमाल एक गिलास पानी में भिगोकर किया जाए तो आसानी से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन का डालें और उसे रातभर भीगने दें। सुबह इस पानी का सेवन करें आपका यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा। अजवाइन में पाया जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में रामबाण साबित होते है। अजवाइन किडनी की फिल्टर करने की क्षमता में सुधार करती है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए गिलोय है असरदार:
गिलोय औषधीय गुणों से भरपूर एक शक्तिशाली और प्रभावी जड़ी बूटी है। इसका इस्तेमाल करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। ये जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करता है। गिलोय का सेवन करने के लिए आप गिलोय की पत्तियां और तना लें और इन्हें रात भर पानी में भिगो दें। सुबह इस पानी को आधा होने तक उबालें और छानकर उससे गुनगुना करके उसका सेवन करें।
यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए अदरक का करें सेवन:
अदरक का सेवन करके यूरिक एसिड लेवल को आसानी से कम किया जा सकता है। अदरक में मौजूद एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और हीलिंग गुण यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करते हैं। अदरक में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और मिनरल्स सूजन, जोड़ों के दर्द और शरीर में दर्द को नैचुरली कम करने में मदद कर सकते हैं।