राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को अपनी आंखों (Raghav chadha eye hindi) की सर्जरी करवानी पड़ी है। खबरों की मानें तो पिछले कई दिनों से वो अपनी आंखों को लेकर परेशान थे और रेटिनल डिटैचमेंट की समस्या से जूझ रहे थे। समय के साथ उनकी स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि उन्हें यूके जाकर आंखों की सर्जरी करवानी पड़ी। पर समझने वाली बात ये है कि आखिरकार रेटिनल डिटैचमेंट (Retinal Detachment) है क्या जिसके लिए उन्हें आंखों की सर्जरी करवानी पड़ी! ये स्थिति कितनी गंभीर और इसके लिए Vitrectomy की जरूरत क्यों पड़ी? जानते हैं इन तमाम चीजों के बारे में विस्तार से।

रेटिनल डिटैचमेंट क्या है-What is Retinal Detachment?

National Eye Institute के अनुसार रेटिनल डिटेचमेंट आंखों से जुड़ी समस्या है जो तब होती है जब आपकी रेटिना (Retina) यानी कि आपकी आंख के पीछे जो लाइट सेंसिटिव परत है, वो अपनी जगह से खिसक जाती है। यानी कि इसे ऐसे समझें कि रेटिना अपनी नॉर्मल पॉजिशन से दूर खींच गई है।

इसकी वजह से आप कई लक्षणों को महसूस कर सकते हैं जैसे कि
-सफाई से कुछ भी न दिखना
-आंखों में बहुत सारे नए फ्लोटर्स यानी छोटे-छोटे काले धब्बे दिखाई देना
-किसी को रोशनी से आंखों का चमक जाना और दिक्कत महसूस करना
-गंभीर स्थिति में आंखों की रोशनी भी जा सकती है।

Vitrectomy क्या है?

विट्रोक्टोमी (vitrectomy in hindi) आंख की एक सर्जरी है जो आपके आईबॉल पर जमा किसी भी प्रकार के तरल पदार्थ को निकाल देती है। यह गंदे तरल पदार्थ को हटाने और आपकी रेटिना (retina) या मैक्युला (macula) की रिपेयरिंग करने के लिए किया जाता है। इसमें गंदे तरल पदार्थ को हटाकर, नया और साफ तरह पदार्थ डाला जाता है।

कब पड़ती है इसकी जरूरत?

रेटिनल डिटैचमेंट में ये सर्जरी, रेटिना को उसकी जगह पर लाने और इसकी रिपेयरिंग के लिए की जाती है। इसमें रेटिना को उसकी जगह पर लाने के लिए विट्रीस ह्यूमर जेल को हटा दिया जाता है। इसके बाद सर्जरी के दौरान डैमेज टिशूज को हटाए जाते हैं और रेटिना डिटेचमेंट की लेजर रिपेयरिंग की जाती है। इसलिए, राघव चड्ढा को अपनी आंखों की विट्रोक्टोमी करवानी पड़ी।