Hernia Symptoms: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जब किसी मांसपेशी या टिश्यू में छेद हो जाने पर अंदरूनी अंग निकलकर सामने आने लगे तो उसे हर्निया कहते हैं। आमतौर पर ये परेशानी पेट के अंदर की परत, आंत में देखने को मिलती है। इस स्थिति में उभरे हुए हिस्से में मौजूद ब्लड वेसल्स पर दबाव पड़ता है और वहां खून की सप्लाई रुक जाती है।
बता दें कि अगर पेट के अंदर की परत में हर्निया के कारण खून नहीं पहुंच पाता है तो ये एक खतरनाक स्थिति हो सकती है। ऐसे में इस बीमारी के बारे में जानना अति आवश्यक हो जाता है। जानिये विस्तार से –
क्या है हर्निया बीमारी: एक्सपर्ट्स के अनुसार भारत देश में लोग इस बीमारी से ज्यादा संख्या में ग्रस्त होते हैं क्योंकि लोगों की मांसपेशियां बेहद कमजोर हो जाती हैं। आमतौर पर हर्निया की परेशानी कुछ भारी सामान उठाने या सर्जरी के बाद लोगों को होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक पेट पर किसी भी प्रकार के दबाव के बढ़ने से ये बीमारी होती है। वहीं, कब्ज, दस्त, लगातार कफ और छींक भी इस रोग का कारण बनती है।
जानें इस बीमारी की प्रमुख वजहें: विशेषज्ञों के अनुसार जब शरीर पर चर्बी ज्यादा हो जाती है जिससे पेट का आकार बढ़ने लगता है। इस वजह से पेट के अंदर की परत में प्रेशर बढ़ सकता है जो हर्निया का कारण बन सकता है। इसके अलावा, सिजेरियन लेबर, बच्चेदानी का ऑपरेशन या फिर पेट की कोई और सर्जरी भी हर्निया का खतरा बढ़ाती है।
जानें लक्षण: आमतौर पर, पेट के आसपास कोई उभार या फिर गांठ इस बीमारी का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, तेज दर्द, उल्टी, चक्कर आना, हंसते या खांसते समय पेट में दर्द होना भी हर्निया के लक्षणों में शामिल है। वहीं, पेट, जांघ और नाभि के ऊपर सूजन की समस्या भी हो सकती है। पेट के निचले हिस्से में दर्द की परेशानी भी हो सकती है।
किन बातों का रखें ध्यान: एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को एक्सरसाइज करना चाहिए ताकि पेट की मसल्स मजबूत रहें। फाइबर युक्त फूड्स खाएं जिससे कब्ज की परेशानी न हो। वहीं, गर्म पानी का सेवन करें जिससे ज्यादा खांसी न हो। इस रोग के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।