हमारी बॉडी में जब कोई अंग ठीक से काम नहीं करता, तो उसका असर कई हिस्सों में दिखाई देने लगता है। लिवर शरीर का एक ऐसा महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो बिना किसी शोर-शराबे के लगातार काम करता रहता है। यह अंग शरीर से अपशिष्ट (toxins) को बाहर निकालने, फैट को प्रोसेस करने और हार्मोन को बैलेंस में रखने जैसे सैकड़ों ज़रूरी कार्य करता है। 500 से ज्यादा जरूरी काम करने वाले लिवर की सेहत जब बिगड़ने लगती है, तो शरीर में कुछ संकेत मिलने शुरू हो जाते हैं, जिनमें से कई पैरों में नजर आने लगते हैं। अक्सर हम इन संकेतों को आम समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं।
लिवर की खराबी होने पर सबसे पहले उसके लक्षण हमारे पैरों पर नजर आते हैं। पैरों में सूजन और दर्द को अक्सर लोग गलत जूते पहनने को जिम्मेदार ठहराते हैं। आप जानते हैं कि पैरों में होने वाली ये समस्याएं अगर लंबे समय तक बनी रहें और बिना किसी स्पष्ट वजह के हों तो ये लिवर की किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा कर सकती हैं। डॉ. एरिक बर्ग के मुताबिक जब लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा होता तो उसके 6 लक्षण पैरों में दिखाई दे सकते हैं। आइए जानते हैं कि लिवर में खराबी होने पर पैरों में कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते हैं।
लिवर की परेशानी के आम लक्षण:
- लगातार थकान महसूस होना
- भूख में कमी आना
- मितली या उल्टी होना
- नींद न आना
- शरीर में कमजोरी और सुस्ती
- तेजी से वजन घटना
स्किन और आंखों में पीलिया के लक्षण दिखना
पेट में दर्द और सूजन, स्किन में खुजली, गहरे रंग का पेशाब,हल्के रंग का मल,लगातार थकान,मतली या उल्टी ये लक्षण लिवर की खराबी की ओर संकेत कर सकते हैं और समय पर जांच करवाना जरूरी होता है।
पैरों में लिवर की खराबी के लक्षण
पैरों में दर्द और सूजन होना
पैरों में सूजन और दर्द लिवर में परेशानी का संकेत हो सकते हैं। लिवर ठीक से काम न करे तो शरीर में फ्लूइड और टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिससे पैरों में सूजन (peripheral edema) होती है। सिरोसिस जैसी बीमारियों से वैरिकोज़ नसें बनती हैं, जो दर्द का कारण बनती हैं।
पैरों में खुजली होना
पैरों में खुजली होना लिवर में परेशानी के हो सकते हैं संकेत। पैर की खुजली कोलेस्टेटिक बीमारियों जैसे प्राइमरी बायिलरी सिरोसिस (PBC) और प्राइमरी स्क्लेरोसिंग कोलेंजाइटिस (PSC) का संकेत हो सकती है। इन बीमारियों में बाइल डक्ट्स (bile ducts) बंद हो जाते हैं जिससे बाइल जमा होकर हाथ-पैरों में तेज खुजली पैदा कर सकता है।
पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट होना
मायो क्लिनिक के अनुसार, लिवर रोग के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं पैरों में सुन्नपन या झनझनाहट होना, जिसे हल्के में न लें। हेपेटाइटिस C या अल्कोहल से जुड़ी लिवर की बीमारी में यह लक्षण दिख सकते हैं जिसे पैरेस्थीसिया कहते हैं। लिवर में परेशानी होने पर हाथ-पैरों की नसों प्रभावित हो सकती हैं।
टखनों और पैरों पर नसों का उभरना
पैरों या टखनों पर जाली जैसी पतली नीली या लाल नसें दिखना जिसे “स्पाइडर वेन्स” कहा जाता है, लिवर से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। ये नसें त्वचा की सतह के ठीक नीचे दिखाई देती हैं और आमतौर पर लिवर सिरोसिस से पीड़ित लोगों में देखी जाती हैं। जब लिवर क्षतिग्रस्त होता है, तो शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर असंतुलित हो जाता है। इस हार्मोन की गड़बड़ी नसों के फैलने का कारण बनती है, जिससे स्पाइडर वेन्स बनने लगते हैं। अगर पैरों या टखनों पर अचानक इस तरह की नसें नजर आने लगें तो समझ जाएं लिवर हो रहा है खराब।
एड़ियों का फटना लिवर की समस्या
फटी एड़ियां सिर्फ सूखी त्वचा या देखभाल की कमी का नतीजा नहीं होतीं, यह लिवर की खराबी का संकेत भी हो सकती हैं। जब लिवर सही तरह से काम नहीं करता, तो यह वसा में घुलनशील विटामिन जैसे विटामिन A, D, E और K के अवशोषण में बाधा डालता है। विशेष रूप से विटामिन A की कमी से त्वचा रूखी, मोटी और एड़ियां फटने लगती हैं। इसे नजरअंदाज करना जोखिम भरा हो सकता है।
पैरों के पास लाल निशान लिवर की खराबी का संकेत
पैरों के आसपास लाल या भूरे रंग के निशान दिखना लिवर की समस्या का संकेत हो सकता है। ये निशान खासतौर पर घुटनों के नीचे और पैरों के ऊपरी हिस्से में दिखाई देते हैं और अक्सर छोटे-छोटे लाल चकत्तों जैसे लगते हैं। जब लिवर में फैट जमा होने लगता है तो यह त्वचा पर ऐसे बदलाव लाता है। ऐसी स्थिति में इन लक्षणों को नजरअंदाज करना सही नहीं होता।
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