New Health Research, Vegetarian Diet Reduces Heart Disease, Tips for Heart Patients: लैंसेट 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 28 प्रतिशत लोगों की मौत दिल की बीमारी के वजह से होती है। दिल के अनफिट रहने से हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, स्ट्रोक जैसे कई खतरे होते हैं। हार्ट पेशेंट्स को अपने स्वास्थ्य के प्रति बेहद सचेत रहना चाहिए और खानपान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। हाल में हुए एक शोध के अनुसार, नॉन वेजिटेरियन लोगों की तुलना में वेजिटेरियन लोगों में दिल की बीमारी होने की संभावना कम होती है। ‘दी इंडियन एक्सप्रेस’ में छपी खबर के मुताबिक, प्लांट बेस्ड डाइट लेने से हृदय रोग का कम खतरा होता है।

गट बैक्टीरिया होता है जिम्मेदार: खबर के अनुसार, इंसानों के पाचन तंत्र में गट माइक्रोबायोटा (Gut Microbiota) नाम के बैक्टीरिया का समूह रहता है। ये बैक्टीरिया हमारे मेटाबॉलिज्म, पोषक तत्वों का एब्जोर्प्शन (Nutrients Absorption), शरीर में ऊर्जा की मात्रा और इम्यून रिस्पॉन्स में एक अहम भूमिका निभाता है। रेड मीट व अन्य एनिमल प्रॉडक्ट के सेवन से गट बैक्टीरिया एक केमिकल पैदा करता है जिसका हार्ट के खतरे से संबंध है। शोधकर्ताओं ने इस शोध में 30 से 55 साल की 760 महिलाओं को उनके डाइटरी प्लान, स्मोकिंग हैबिट और फिजिकल एक्टिविटी का रिकॉर्ड रखने को कहा गया था।

केमिकल TMAO है खतरनाक: गट बैक्टीरिया जब एनिमल प्रोडक्ट्स में मौजूद पोषक तत्वों को पचाने की कोशिश करता है तो उसमें से ट्राइमिथाइलामाइन एन-ऑक्साइड (TMAO) नाम का केमिकल निकलता है जो बढ़ते हार्ट अटैक के खतरे के लिए जिम्मेदार होता है। शोध के मुताबिक, शाकाहारी भोजन करने से ये केमिकल शरीर में कम पैदा होता है।  खबर की मानें तो शरीर में जितने कम मात्रा में ये केमिकल होगा, हार्ट अटैक आने के खतरे भी उतने ही कम होंगे। शोध में जिन महिलाओं में TMAO की मात्रा अधिक थी उनमें कोरोनरी हार्ट डिजीज  होने का खतरा 67 प्रतिशत ज्यादा था। निष्कर्ष देते हुए शोधकर्ताओं ने बताया कि TMAO की मात्रा में एक-एक वृद्धि से हृदय रोग का खतरा 23 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।

हार्ट डिजीज से बचाव के लिए इन बातों का रखें ख्याल: दिल की बीमारी से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल का होना बहुत आवश्यक है। दिल सेहतमंद रहेगा तभी वो बीमारियों से दूर रहेगा। ‘ओनली माय हेल्थ’ की एक खबर के मुताबिक मोटापा हृदय रोग का प्रमुख कारण है। वजन नियंत्रण दिल की बीमारी से बचने के लिए जरूरी है। फैटयुक्त भोजन का सेवन कम कर दें। संभव हो तो सेचुरेटेड फैट के बजाए अनसेचुरेटेड फैट को डाइट में शामिल करें। बैलेंस्ड  डाइट भोजन करें जिसमें सब्जियां, दाल, साबुत अनाज और नट्स शामिल करें, साथ ही फल भी खाएं। इसके अलावा, चीनी और नमक भी जरूरत के हिसाब से ही खाएं।