सर्द मौसम और पहाड़ों में बर्फबारी के साथ ही मैदानी इलाकों में भी ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं। कपकंपा देने वाली इस ठंड के मौसम में जोड़ों में दर्द, गठिया जैसे मरीजों की समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसके साथ ही आजकल बेतरतीब जीवनशैली के कारण युवाओं में भी जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। जोड़ों में दर्द होने वाली बीमारी को अर्थराइटिस कहते हैं। ठंड के दिनों शरीर में यूरिक एसिड भी सामान्य से अधिक हो जाता है, जिससे शरीर में गाउट बढ़ जाता है और दर्द-सूजन की समस्या होने लगती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक अगर आप पहले से ही यूरिक एसिड की समस्या का सामना कर रहे हैं तो सर्दियों में खानपान को लेकर बहुत सतर्कता बरतनी चाहिए और कई चीजों से परहेज करना चाहिए। डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो यूरिक एसिड के स्तर को सामान्य रखने में मददगार हैं। फ़िलहाल एसए जानते हैं कि जोड़ो में दर्द और गठिया के कितने प्रकार के होते हैं-

सिस्टेमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस: यह एक ऑटो इम्यून बीमारी है जो जोड़ों के अलावा शरीर के त्वचा और अन्य रोगों को प्रभावित करती है। यह बीमारी बच्चा पैदा करने वाली उम्र में महिलाओं को होती है। ल्यूपस के लक्षण समय के साथ अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्य लक्षणों में थकान, जोड़ों में दर्द व सूजन, सिरदर्द, गालों व त्वचा पर चकत्ते, बालों का झड़ना, एनीमिया प्रमुख हैं।

पोलिमेल्जिया रूमेटिका: यह बीमारी 50 साल की उम्र को पार कर चुके लोगों को होती है। यह दुर्लभ ही 50 साल से कम उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। यह स्थिति एक अन्य सूजन-संबंधी विकार से जुड़ी है, जिसे ‘जायंट सेल आर्टेराईटिस’ कहा जाता है। इस बीमारी के दौरान जिसमें सिरदर्द, देखने में परेशानी, जबड़े में दर्द और त्वचा पर छूने पर दर्द हो सकता है। अगर सही समय पर इस बीमारी का इलाज किया जाए तो इस बीमारी से निदान पाया जा सकता है।

सोरियाटिक अर्थराइटिस: सोरियाटिक अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इस तरह के अर्थराइटिस में पैरों और टखनों में दर्द बना रहता है। कई बार इस वजह से पैरों में सूजन भी आ जाती है। इससे पैरों में खिंचाव, जोड़ों से प्रभावित होते हैं। सोरायसिस से पीड़ित 15 से 25 फीसदी लोगों में सोरियाटिक गठिया की सूजन जोड़ों में होती है। कई बार ये पैरों के अलावा कमर, घुटना, पीठ को भी प्रभावित करता है। इससे बचने के लिए पैरों की मसाज करवाएं या फिर हल्की पैरों की स्ट्रेचिंग करें।