Uric Acid Natural Remedies: यूरिक एसिड एक ऐसा तत्व है जो शरीर में प्यूरीन के ब्रेक डाउन से बनता है। खून के जरिये ये एसिड किडनी में पहुंचता है और यूरिन के मार्ग से शरीर से निकल जाता है। लेकिन जब शरीर में इसका प्रोडक्शन बढ़ जाता है तो किडनी इसे फिल्टर करने में असमर्थ हो जाता है। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से हाइपरयूरिसीमिया की स्थिति उत्पन्न होती है। इसके अलावा, गाउट की परेशानी भी हो सकती है। इससे जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या होती है। जानिये कुछ ऐसे घरेलू उपाय जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मददगार हैं –
हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन तत्व की अधिकता होती है जो कई स्वास्थ्य परेशानियों को कम करने में मददगार है। ये तत्व गठिया के कारण घुटनों और जोड़ों में होने वाले दर्द को कम करने में कारगर है। साथ ही, हाथ-पैर में अगर सूजन हो तो भी हल्दी के इस्तेमाल से लोगों को इससे निजात मिलेगी।
करेला: हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि करेला में मौजूद गुण किडनी को सक्रिय कर देते हैं जिनसे टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। करेले का रस गठिया की परेशानियों को भी कम करने में सहायक है। वहीं, विशेषज्ञों का ऐसा भी मानना है कि गठिया व हाथ पैरों में जलन होने पर करेले के रस की मालिश करना फायदेमंद होता है।
नीम: 2011 में हुए एक शोध के मुताबिक नीम में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण मौजूद होते हैं जो यूरिक एसिड कंट्रोल करने में सहायक हैं। यही नहीं, इसके इस्तेमाल से पैरों में हुई सूजन व दर्द को कम करने में मदद मिलती है। नीम के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें और प्रभावित जगह पर लगाएं।
धनिया: एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर धनिया यूरिक एसिड कंट्रोल करने में कारगर माना जाता है। रात भर के लिए एक गिलास पानी में कुछ मात्रा में धनिया के बीज को डालकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
मेथी के दाने: मेथी में कैल्शियम और आयरन उच्च मात्रा में मौजूद होता है, जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। साथ ही, ये कैरोटीन और विटामिन-सी से भरपूर होता है जो जोड़ों में होने वाली सूजन को भी कम करता है। 1 चम्मच मेथी के बीज को रातभर पानी में भिगोकर छोड़ दें। सुबह इसे छान लें और पानी निकाल दें और मेथी के बीजों को अच्छे से चबाकर खाएं। मेथी का पानी भी साथ में पीयें।