यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जिनके ज्यादा बढ़ने से दर्दनाक गाउट (गठिया) अटैक का खतरा बढ़ता है। लम्बे समय तक यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल में न रहे तो यह धीरे-धीरे किडनी की सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है। अक्सर यह माना जाता है कि यूरिक एसिड केवल तभी खतरनाक होता है जब यह जोड़ों में दर्द पैदा करता है, लेकिन कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि हाई यूरिक एसिड किडनी की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। एक स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों के शरीर में यूरिक एसिड का स्तर ज़्यादा होता है, उन्हें क्रॉनिक किडनी डिजीज होने का खतरा ज़्यादा होता है,अगर उन्हें गाउट के लक्षण नहीं होते।

जब यूरिक एसिड खून में ज़्यादा हो जाता है, तो यह छोटे-छोटे क्रिस्टल बनकर सिर्फ जोड़ों में ही नहीं, बल्कि किडनी में भी जमा हो सकते हैं। समय के साथ ये क्रिस्टल सूजन पैदा कर सकते हैं, किडनी की कार्यक्षमता को कम कर सकते हैं और पथरी जैसी समस्याएं भी ला सकते हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह बिना किसी खास लक्षण के चुपचाप किडनी को नुकसान पहुंचा सकते है, और जब तक पता चलता है, तब तक काफी नुकसान हो चुका होता है।

एशियन हॉस्पिटल में डायरेक्टर एंड हेड नेफ्रोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन में डॉ. रीतेश शर्मा ने बताया मरीज को गाउट ही नहीं बल्कि यूरिक एसिड के स्टोन भी बनते हैं। अगर ये स्टोन यूरीन का हिस्सा ब्लॉक करते हैं तो यूरिन के साथ दर्द होता है। अगर यूरिक एसिड के स्टोन लगातार बन रहे हैं तो ये किडनी के फंक्शन को भी डैमेज करते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी स्टोन बनते हैं अगर ऐसे में यूरीन को डायल्यूट नहीं किया जाए तो ये स्टोन बॉडी के कई हिस्सों में जमा होने लगते हैं। यूरिक एसिड के स्टोन को अगर बाहर निकालना है तो आप पानी का ज्यादा सेवन करें। पानी ज्यादा पीने से किडनी अपना काम ठीक से करेंगी, किडनी में यूरिक एसिड के स्टोन नहीं बनेंगे और यूरिक एसिड का जनरेशन कम होगा।

एक्सपर्ट ने बताया यूरिक एसिड को कंट्रोल करके गाउट के एपिसोड को कंट्रोल किया जा सकता है और किडनी स्टोन भी कम बनेंगे। कई बार हाई यूरिक एसिड सीधे किडनी को भी डेमेज करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने पर बॉडी में कहां-कहां उसके लक्षण दिखते हैं और इस परेशानी का कैसे इलाज किया जा सकता है।

यूरिक एसिड बढ़ने पर बॉडी में उसके लक्षण कहां-कहां दिखते हैं?

  • यूरिक एसिड हाई होने पर उसका दर्द पैर के अंगूठे में बेहद गंभीर होता है।
  • यूरिक एसिड की वजह से घुटना बेहद सूजा हुआ दिखता है, इतना ज्यादा सूजन होती है कि उसे दवा से कंट्रोल करते ही जल्दी ठीक भी हो जाता है। लेकिन घुटने का दर्द अगर ऑस्टियो आर्थराइटिस की वजह से हैं तो घुटने की सूजन जल्दी नहीं उतरती। घुटने में दर्द हमेशा यूरिक एसिड की वजह से नहीं होता अगर ये दर्द 30 साल की उम्र में हो रहा है तो यूरिक एसिड टेस्ट से इसकी पहले पुष्टि करें।
  • प्यूरीन डाइट और जेनेटिक कारणों की वजह से यूरिक एसिड जब ज्यादा बनता है तो यूरिन में क्रिस्टल बनने लगते हैं। यूरिन में स्टोन पास करते समय यूरिन में जलन हो सकती है।  
  • यूरिक एसिड बढ़ने से पैरों के आस-पास गोलाकार गांठ बनने लगती है जो जोड़ों के बाहर बनती है।

यूरिक एसिड से बचाव कैसे करें

पानी ज्यादा पीएं

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो पानी का सेवन ज्यादा करें और दवाओं का सेवन करें। दवाओं और डाइट के साथ इस परेशानी का इलाज किया जा सकता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड 7 से ऊपर पहुंच गया है वो तुरंत दवाओं का सेवन करें। इस बीमारी का लाइफ लॉग इलाज है, इसे एक बार दवा से नहीं कंट्रोल किया जा सकता है।

डाइट चार्ट बनाएं

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो डॉक्टर से डाइट चार्ट बनवाएं और उसके हिसाब से प्यूरीन को कंट्रोल करें। डाइट में आप फाइबर रिच फूड्स को ज्यादा शामिल करें, साबुत अनाज का सेवन करें।

वजन को कंट्रोल करें

हेल्दी वेट यूरिक एसिड तेजी से बनने पर अंकुश लगाता है। क्योंकि जब शरीर में ज्यादा फैट जमा होता है, तो मेटाबॉलिज्म गड़बड़ा सकता है, जिससे शरीर में यूरिक एसिड का उत्पादन बढ़ जाता है और उसकी सफाई (excretion) कम हो जाती है। मोटापा इंसुलिन रेजिस्टेंस भी बढ़ा सकता है, जो यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकलने से रोकता है।

अल्कोहल का सेवन करने से बचें

अल्कोहल का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को तेजी से बढ़ाता है। खासकर बीयर और रेड वाइन, शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ाने का काम करती है। ये न सिर्फ यूरिक एसिड के उत्पादन को बढ़ाती है, बल्कि इसकी शरीर से बाहर निकासी को भी कम कर देती है।

Anti-Aging Leaves: 50 की उम्र में भी 30 के दिखना चाहते हैं तो इन पत्तियों को चबा लें, बढ़ती उम्र थम जाएगी, आयुर्वेदिक एक्सपर्ट ने बताएं फायदे। अगर आप भी स्किन को जवान रखने के लिए सहजन की पत्तियों के फायदों के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करें।