अर्थराइटिस यानी कि गठिया का खतरा भी उन लोगों में अधिक होता है जिनके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर ज्यादा हो। जब शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन के ब्रेक डाउन होने पर यूरिक एसिड बनने लगता है। इस केमिकल की अधिकता से जोड़ों में क्रिस्टल्स जमने लगते है। क्रिस्टल के कारण ही व्यक्ति को उठने-बैठने और चलने-फिरने में भी मुश्किल हो जाती है।
आमतौर पर यूरिन के मार्ग से यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन कई बार आपका शरीर यूरिक एसिड की उतनी मात्रा नहीं निकाल पाता, जिसके फल स्वरूप यूरिक एसिड में मौजूद यूरेट क्रिस्टल आपके जोड़ों के आसपास जमा हो जाते हैं। इस स्थिति को गठिया या गाउट भी कहते हैं। यह आपके खून और यूरिन को और अधिक एसिडिक बनाता है। सिर्फ इतना ही नहीं, इसके कारण हाथ-पैर में असहनीय दर्द और सूजन हो सकती है। ऐसे में चॉकलेट का सेवन इन मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे –
यू.एस. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की इकाई नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन में छपी रिसर्च के अनुसार डार्क चॉकलेट यूरेट क्रिस्टल को कम करने में बहुत सहायक है। साथ ही यह गठिया के दर्द से राहत दिलाने में भी मददगार है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर: एंटी-ऑक्सीडेंट्स किडनी के कामकाज और स्वास्थ्य में भी सुधार करते हैं। रिसर्च के अनुसार कोको में फ्लेवनॉइड्स होते हैं, इनकी गिनती बेहद कारगर व असरदार एंटी-ऑक्सीडेंट्स के रूप में की जाती है। हाई यूरिक एसिड के मरीजों की किडनी भी प्रभावित होती है जिसका असर उसकी कार्यक्षमता पर पड़ता है। चॉकलेट में मौजूद ल्यूकोटिएन गठिया की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसका सेवन गाठिया बीमारी को कम करता है, साथ ही दर्द और सूजन में भी राहत प्रदान करता है।
क्रिस्टल्स कम करने में मददगार: नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपे एक अध्ययन के मुताबिक डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन तत्व पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर में गठिया के क्रिस्टल को बनने से रोकते है। दरअसल चॉकलेट के सेवन से बॉडी में थियोब्रोमाइन की कॉन्सनट्रेशन बढ़ती है, इससे यूरेट क्रिस्टल फॉर्म होने से रोकने में मदद मिलती है। साथ ही, ये तत्व जोड़ों के दर्द और जलन से निजात दिलाने में भी कारगर है।
इस्तेमाल का तरीका: 2 आउंस यानी 60 ग्राम की मात्रा के करीब डार्क चॉकलेट का सेवन रोजाना करने से मरीजों को लाभ मिलेगा। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि व्हाइट या मिल्क चॉकलेट का इस्तेमाल न करें।