Foods Avoid In High Uric Acid: ब्लड में मौजूद यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से फ्लश आउट हो जाता है, लेकिन जब किडनी इसे फ़िल्टर करने में असमर्थ हो जाती है तो यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर हड्डियों के बीच इक्ट्ठा होने लगता है, जिसके कारण गाउट की बीमारी होती है।
शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में तेज दर्द, सूजन, लालिमा और अकड़न की समस्या होती है बल्कि गंभीर मामलों में तो किडनी फेलियर, लिवर फेलियर और हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थितियों का खतरा भी बढ़ जाता है। आइए जानते हैं यूरिक एसिड के मरीजों को किन खाद्य पदार्थों से दूरी बना लेनी चाहिए-
मीट: Faculty of Pharma Sciences, Teikyo University के मुताबिक मछली या अन्य सी-फूड के सेवन से गठिया के मरीजों को बचना चाहिए, क्योंकि इनमें प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है। इससे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का जोखिम और गाउट की समस्या हो सकती है। अगर इनका सेवन करते भी हैं, तो उनके लिवर, किडनी व ब्रेस्ट जैसे हिस्सों को खाने से बचें।
शुगर वाले मीठे ड्रिंक्स: यूरिक एसिड के मरीजों को National Center for Biotechnology Information पर छपे एक अध्ययन के मुताबिक कोल्ड ड्रिंक, सोडा और चीनी वाले फ्रूट जूस को पीने से बचना चाहिए। इसके अलावा कुछ खास तरह की दवाइयों जैसे एस्पिरिन के सेवन से परहेज करना चाहिए। यदि कोई गंभीर समस्या है तो कोशिश करें डॉक्टर की देखरेख में दवा का सेवन करें।
अधिक भोजन से बचें: एनसीबीआई पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक एक बार में अधिक भोजन करने से वजन बढ़ने का खतरा रहता है जिसके कारण गाउट की समस्या का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए, थोड़ा-थोड़ा करके संतुलित मात्रा में ही खाएं। वहीं टेक्यो विश्वविद्यालय के फार्मा विज्ञान संकाय के शोधकर्ताओं के मुताबिक यूरिक एसिड की समस्या से परेशान लोगों को फूलगोभी और ब्रसेल्स स्प्राउट्स आदि के सेवन से बचना चाहिए।
चूंकि फूल गोभी में प्यूरिन की मात्रा अधिक पाई जाती है इसलिए गठिया के मरीजों को फूल गोभी का सेवन करने से मना किया जाता है। इसके अलावा जो महिलाएं अपने शिशु को स्तनपान करवा रही हैं, उन्हें फूल गोभी जैसे गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही अल्कोहल, काली चाय और कॉफी का सेवन न करें और कोको और गर्म मसालों के सेवन से परहेज करना चाहिए।