High Uric Acid: आज के समय में यूरिक एसिड की परेशानी बहुत आम हो चुकी है जिसे चिकित्सीय भाषा में हाइपरयूरिसेमिया कहते हैं। इस वजह से लोगों को गठिया, गाउट, जोड़ों में दर्द जैसी खतरनाक परेशानियां हो सकती है। इतना ही नहीं हाई यूरिक एसिड के मरीजों को पैर के अंगूठे में दर्द, सूजन, अकड़न और उठने-बैठने में दिक्कत हो सकती है। ऐसे में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रण में रखना आवश्यक होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अखरोट खाने से यूरिक एसिड लेवल को काबू करने में मददगार होता है।
गुणों का खजाना है अखरोट: सूखे मेवों में अखरोट की गिनती इसके गुणों की वजह से होती है। इस ड्राय फ्रूट में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन्स, हेल्दी फैट्स और कई तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं। ये शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होने देते हैं और ऊर्जा भी बनी रहती है। साथ ही, अखरोट में प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड मौजूद होते हैं जो यूरिक एसिड को शरीर से बाहर का रास्ता दिखाते हैं।
जोड़ों में दर्द से मिलती है राहत: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक अखरोट में कैल्शियम, मैग्निशियम, कॉपर और विटामिन भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। ये सभी तत्व हड्डियों को मजबूत करने के लिए जाने जाते हैं जिससे जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है।
कम होती है इंसुलिन रेसिस्टेंस की परेशानी: स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है इंसुलिन सेंसेटिविटी। यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग साल भर तक रोजाना 30 ग्राम अखरोट खाते हैं तो इससे उनकी बॉडी में इंसुलिन का प्रोडक्शन बेहतर हो सकता है।
कम होता है मोटापे का खतरा: अखरोट में प्रचुर मात्रा में फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काबू में रखने में मदद करता है। साथ ही, ये फाइबर का भी बेहतरीन स्रोत होता है जिस वजह से इसे खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है।
कितना और कैसे करें सेवन: आप अखरोट को रात भर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इनका सेवन करें। शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को कम करने के लिए मरीजों को रोजाना सुबह खाली पेट 2-3 अखरोट खाएं। गर्मियों में ड्राय फ्रूट्स का सेवन संभलकर करना चाहिए क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है। ऐसे में ज्यादा अखरोट खाने से पेट में गर्मी होती है और इसके कई नुकसान भी होते हैं।
