Sore Throat in Winter: सर्दियों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। सर्दी-जुकाम के साथ ही इस मौसम में गले में खराश की परेशानी भी होने लगती है। कोरोना काल में ये समस्या लोगों को और भी ज्यादा सकते में डाल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक गले में खराश भी कोविड-19 के आम लक्षणों में से एक है। कई बार ये परेशानी लोगों के चिड़चिड़ाहट का कारण भी बन सकती है। खराश की वजह से गले में कुचकुचाहट और दर्द जैसी दिक्कतें भी आती हैं। ऐसे में अगर आप भी गले में खराश की समस्या से जूझ रहे हैं, तो इन घरेलू उपायों का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है –

शहद: शहद एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जो लगभग सभी घरों पाई जाती है। आयुर्वेद के जानकारों की मानें तो शहद में इम्युनिटी बूस्ट करने के गुण पाए जाते हैं। साथ ही, इसके सेवन से इंफेक्शन का खतरा कम होता है। इसमें नैचुरली एंटी-बायोटिक मौजूद होते हैं जो गले को राहत पहुंचाते हैं और खराश दूर होता है। इतना ही नहीं, खांसी की समस्या को दूर करने में भी शहद अहम माना जाता है।

काली मिर्च: गले में खराश होने पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ काली मिर्च के सेवन की भी सलाह देते हैं। माना जाता है कि इसे खाने से गला साफ होता है और दर्द गायब हो जाता है। आप इसे साबुत भी चबा सकते हैं या फिर मिसरी के साथ भी इसे खा सकते हैं। इसके अलावा, काली मिर्च और तुलसी का काढ़ा भी फायदेमंद होता है।

लहसुन: हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि गले में खराश की परेशानी को दूर करने में लहसुन भी लाभकारी सिद्ध होता है। इसमें एंटी-बायोटिक, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेट्री जैसे कई गुण पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद है। माना जाता है कि लहसुन में सल्फर उच्च मात्रा में मौजूद होता है, जो बैक्टीरिया को खत्म करता है।

अदरक: गले में खराश की समस्या को कम करने में अदरक भी मददगार है। ये एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुणों से भरपूर होते हैं, इनके सेवन से शरीर में प्रो-इन्फ्लेमेट्री प्रोटीन्स कम बनते हैं। डॉक्टर्स का मानना है कि गले में होने वाले दर्द और खुजली को कम करने में भी ये कारगर साबित होता है।